दिल्ली: शराब पीने से रोका तो कहा- तेरी औकात क्या है… फिर कारों के बीच फंसाकर रौंद डाला, कांस्टेबल संदीप के मर्डर की कहानी

दिल्ली के नांगलोई इलाके में तेज रफ्तार कार ने कांस्टेबल संदीप को कुचल डाला था. जिस वक्त वारदात हुई उस दौरान संदीप के दो साथी वहीं मौजूद थे. दोनों दिल्ली पुलिस के सिपाही हैं. उनकी तहरीर पर पुलिस ने दो नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

 

दिल्ली के नांगलोई इलाके में कांस्टेबल संदीप मलिक की हत्या के मामले में पुलिस ने कार चालक सहित दो लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. उनकी पहचान कर ली गई है. आरोपियों ने कांस्टेबल को कार से रौंदकर मार डाला था. आरोपी कार में बैठकर शराब पी रहे थे. पुलिस कांस्टेबल संदीप ने उनसे शराब पीने को मना किया था. इसी से गुस्सा होकर उन्होंने संदीप की हत्या कर डाली. मृतक कांस्टेबल के साथी ने वारदात वाली रात घटी घटना की शिकायत पुलिस से की.

28-29 सितंबर की आधी रात करीब 2 बजे नांगलोई-रेलवे स्टेशन रोड पर तेज रफ्तार कार ने कांस्टेबल संदीप मलिक की जान ले ली थी. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ था. आरोपी कार चालक 10 मीटर तक कांस्टेबल को घसीटता ले गया था. पुलिस ने वारदात में शामिल कार को बरामद कर लिया. मृतक कांस्टेबल वारदात से ठीक पहले अपने साथी से मिला था. वह भी दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हैं. उनकी तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.

सिविल ड्रेस में मिला था संदीप

मृतक कांस्टेबल संदीप मालिक के साथी खुशी राम ने पुलिस को बताया कि वह राजस्थान के अलवर का रहने वाला है और दिल्ली के राणहोला पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल के पद पर तैनात है. उसका साथी सचिन भी इसी थाने पर पोस्टेड है. वह सचिन और मृतक कांस्टेबल संदीप मलिक तीनों वीना एनक्लेव में स्थित एक मकान में किराये पर रहते हैं. घटना वाली रात करीव 2 बजे उन्हें संदीप मालिक सिविल ड्रेस में रेलवे स्टेशन रोड पर मिला था. खुशी राम ने बताया कि जब संदीप से पूछा तो उसने बताया कि इलाके में चोरी की घटना ज्यादा हो रही है इसलिए सादे कपड़े में ड्यूटी कर चोरों पर र रखी जा रही है.

कार में बैठकर आरोपी पी रहे थे शराब

खुशी राम ने बताया कि वह और सचिन संदीप से मिलकर चलने लगे. इतने में संदीप आगे गया तो नांगलोई सरकारी स्कूल के पास सफेद वैगन आर खड़ी हुई थी. उसके शीशे खुले हुए थे. संदीप जब कार के पास पहुंचा तो उसमें वीना एनक्लेव निवासी धर्मेंद्र भंडारी अपने एक साथी के साथ शराब पी रहा था. ये देख संदीप ने उन्हें शराब पीने से मना किया. इस पर धर्मेंद्र बौखला गया और कांस्टेबल संदीप से बोला ‘तेरी औकात क्या है’ यह सुनकर संदीप ने उन्हें थाने ले जाने की धमकी दी. इतना सुनते ही धर्मेंद्र ने रेलवे स्टेशन की ओर गाड़ी दौड़ा दी. संदीप ने बाइक से उनका पीछा किया. खुशी राम और सचिन भी संदीप के पीछे चले दिए.

दूसरे आरोपी ने कहा ‘मार डालो’

खुशी राम ने बताया कि आरोपी धर्मेंद्र भंडारी ने कार को जाट धर्मशाला की ओर वीना एनक्लेव की ओर जाने वाली गली की तरफ रोक दिया. संदीप बाइक से गाड़ी के पास पहुंचा. वह कार को धीरे-धीरे चलाने लगे. जब संदीप ने गाड़ी को रोकने के लिए कहा तो धर्मेंद्र की बगल में बैठे शख्स ने संदीप को मार डालने की कहा. इतने में आरोपी धर्मेंद्र ने गाड़ी बढाकर संदीप की बाइक में पीछे से टक्कर मार दी. टक्कर लगने से संदीप बाइक से नीचे गिर गया. आरोपी ने कार तेजी से चलाकर उसे रौंद दिया.

दो कारों के बीच फंसा संदीप

तेज गति से कार सामने खड़ी दूसरी कार से जा भिड़ी. दोनों कारों के बीच संदीप फंस गया. आरोपी कार की रफ्तार बढ़ाता रहा, जिससे संदीप बुरी तरह घायल हो गया. आरोपी धर्मेंद्र चलती गाड़ी छोड़कर फरार हो गया. खुशी राम ने बताया कि वह और उसका साथी सचिन भागकर संदीप के पास पहुंचे. टक्कर लगने से उसके सिर पर गहरी चोट आई थी और वह बुरी तरह से लहूलुहान हो गया था. उन्होंने कार में बैठे दूसरे आरोपी को पकड़ लिया. उसकी पहचान वीना एनक्लेव निवासी रजनीश के रूप में हुई.

डॉक्टरों ने संदीप को किया मृत घोषित

खुशी राम और सचिन आरोपी की वैगन आर कार में घायल संदीप और आरोपी रजनीश को लेकर सोनिया अस्पताल पहुंचे. वहां घायल संदीप को भर्ती कराया. इधर मौका पाकर आरोपी रजनीश मौका पाकर फरार हो गया. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर संदीप को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया. एंबुलेंस से ले जाते सम्स्य उसकी मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र भंडारे और रजनीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.