दिल्ली विधानसभा सत्र के पहले ही दिन हंगामा, बीजेपी ने किया वॉकआउट

दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस बात पर भी विरोध जताया कि तीन दिवसीय सत्र में प्रश्नकाल नहीं दिया गया, ताकि विधायक सरकार से सवाल कर सकें.

 

दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया है. सत्र के शुरू होते ही कुछ ही मिनटों बाद हंगामा देखने को मिला और बीजेपी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया. बीजेपी ने इस बात पर विरोध जताया कि तीन दिन के सत्र में प्रश्नकाल नहीं रखा गया है. इसकी वजह ये है कि विधायक सरकार से सवाल न पूछ सकें. दिल्ली विधानसभा का ये मौजूदा कार्यकाल का आखिरी सत्र है. आम आदमी पार्टी सदन में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाएगी.

सदन की कार्यवाही 3 दिसंबर तक चलेगी. आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप ने 10 हजार बस मार्शलों की नियुक्ति को लेकर मुद्दा उठाया. वहीं, अरविंद केजरीवाल शाम 4 बजे दिल्ली विधानसभा में बोलेंगे.

नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के आदेश पर बस मार्शल को हटाया गया, वो बताए क्यों इनको हटाया, लगाया भी इन्होंने था और हटाया भी. इन्होंने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार किया और पारित किया. हमने सीएम से समय लिया और वहां पर भीड़ इक्कठा कर ली गई है. बस मार्शल समझ रहे हैं कि उनके साथ गंदी राजनीति की जा रही है. सत्ता में यह लोग हैं और यह विपक्ष से कह रहे हैं, सीएम आतिशी का हम सम्मान करते हैं.

दलित विरोधी है AAP सरकार- बीजेपी

उन्होंने कहा कि सीएम ने बैठक में प्रस्ताव रखा और सीएम व एलजी वहां मौजूद थे. सीएम ने प्रस्ताव में कहा कि एक कमेटी बनाए जो इनकी नियुक्ति को लेकर चर्चा करेगी. यह दलित विरोधी सरकार है. बस मार्शल को रिजर्वेशन नहीं दिया गया. 24 अक्टूबर को LG ने पत्र निकाला और कहा गया कि मैं बस मार्शल को पक्का करने के लिए तैयार हूं, इसकी प्रक्रिया शुरू हो. बस मार्शल बेरोजगार न रहें, इनको तब तक 4 महीने के लिए जॉब शुरू करें, प्रदूषण को लेकर इनकी नियुक्ति हो.