हरियाणा में अनुसूचित और पिछड़े जाति के लाभार्थी छात्रों को 10 वर्षों से नहीं मिल रही छात्रवृत्ति: दीपांशु बंसल

विगत 10 वर्षों से हरियाणा प्रदेश के अनुसूचित जाति और पिछड़ा जाति के लाखों लाभार्थी छात्रों को हरियाणा सरकार और डायरेक्टरेट स्कूल एजुकेशन द्वारा छात्रवृत्ति न दिए के कारण गरीब छात्रों और उनके अभिभावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
 

चंडीगढ़: विगत 10 वर्षों से हरियाणा प्रदेश के अनुसूचित जाति और पिछड़ा जाति के लाखों लाभार्थी छात्रों को हरियाणा सरकार और डायरेक्टरेट स्कूल एजुकेशन द्वारा छात्रवृत्ति न दिए के कारण गरीब छात्रों और उनके अभिभावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इंडियन नेशनल कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपांशु बंसल ने अनुसूचित जाति और पिछड़ा जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति न दिए जाने को बहुत बड़ा घपला बताते हुए मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेज कर इस मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है। दीपांशु बंसल ने बताया कि आमजन को यह पता ही नहीं चलता कि बीजेपी सरकार अनुसूचित जाति और पिछड़ा जाति के छात्रों को उनके अधिकारों से वंचित कर रही है यह खुलासा तब हुआ तब शिवालिक विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट विजय बंसल ने हरियाणा शिक्षा बोर्ड से इस मामले में आरटीआई के तहत सूचना मांगी और विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने इसके जवाब में जो जानकारी दी है वह सभी को झझकोर देने वाली है। उन्होंने कहा कि खुद को गरीब, दलित, पिछड़ों का हितैषी बताने वाली भाजपा सरकार उन गरीबों को छात्रवृत्ति नहीं दे रही जो छात्र छात्रवृत्ति के हकदार हैं।

एडवोकेट दीपांशु बंसल ने कहा कि निदेशक सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा द्वारा दी गई जानकारी में बताया है कि अनुसूचित जाति के 1 जनवरी 2013 से 30 नवंबर 2023 तक कल 34 लाख 37866 छात्रवृत्ति के लाभार्थी छात्र थे जबकि पिछड़ा जाति के कुल लाभार्थी छात्र 11 लाख 41435 थे। दीपांशु बंसल ने बताया कि बीजेपी सरकार और शिक्षा विभाग की गरीब विरोधी नीतियों के कारण गत 10 वर्षों से अनुसूचित जाति के 943605 लाभार्थी छात्र छात्रवृत्ति से वंचित है जबकि पिछड़ा जाति के 281649  लाभार्थी छात्र छात्रवृत्ति से वंचित है। दीपांशु बंसल ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी भाजपा नेताओं ने लोगों को गुमराह करने के लिए हर स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर केवल उन 10- 10 छात्रों को आगे खड़ा करके लोगों को दिखाने की कोशिश की कि भाजपा सरकार अनुचित और पिछड़ा जाति के सभी छात्रों को छात्रवृत्ति दे रही है वास्तव में स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। दीपांशु बंसल ने कहा कि यह बहुत बड़ा घपला है। 

उन्होंने बताया कि पहली कक्षा के अनुसूचित जाति के छात्र, छात्रा को एक बार में 740, दूसरी कक्षा के छात्र और छात्र को 750 रुपए तीसरी कक्षा के अनुसूचित जाति के छात्र और छात्रा को 960 रुपए और चौथी कक्षा के छात्रों को 970 रुपये जबकि पांचवी क्लास के छात्रों को 980 रुपए छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। अनुसूचित जाति के छात्र को प्रतिमाह 150 रुपए छात्रा को 225 रुपए, पिछड़ा जाति ए वर्ग के छात्र को मासिक 75 रुपए छात्रा को 150 रुपए मिलते हैं और उनकी यूनिफार्म के लिए 800 रुपए अलग से दिए जाते हैं।

इतना ही नहीं कक्षा छठी से आठवीं तक अनुसूचित जाति के छात्रों को एक बार में 1250 रुपए, अनुसूचित जाति के छात्र को प्रतिमाह 200 और छात्रा को 300 रुपए पिछड़ा जाति ए वर्ग के छात्र को 100 रुपए और छात्रा को 200 रुपए मासिक छात्रवृत्ति दी जाती है और यूनिफार्म के लिए एक हजार रुपए भी दिए जाते हैं। कक्षा नौवीं से 12वीं तक के अनुसूचित जाति के छात्रों को एक बार में 1450 रुपए जबकि छात्र को मासिक 250 रुपए छात्रा को 400 रुपए दिए जाते हैं, इसी प्रकार पिछड़ा जाति ए वर्ग के छात्र को 150 रुपए, छात्रा को 300 मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। दीपांशु बंसल ने बताया कि लाखों छात्रों को पिछले 10 वर्षों से कई करोड़ रुपए की राशि वितरित नहीं की गई है आखिर क्यों उन्हें छात्रवृत्ति की राशि दी गई यदि इसकी निष्पक्ष जांच की गई तो यह बहुत बड़ा घपला खुलकर सामने आएगा।