'टिकट देना पार्टी आलाकमान के हाथ में', राजेश जून पर विधायक राजेंद्र सिंह जून का पलटवार

बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे राजेश जून पर विधायक राजेंद्र सिंह जून ने निशाना साधा है। बहादुरगढ़ से तीन बार विधायक रहे राजेंद्र सिंह जून को कांग्रेस पार्टी ने फिर से अपना उम्मीदवार बनाया...

 

बहादुरगढ़ : बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे राजेश जून पर विधायक राजेंद्र सिंह जून ने निशाना साधा है। बहादुरगढ़ से तीन बार विधायक रहे राजेंद्र सिंह जून को कांग्रेस पार्टी ने फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। 

टिकट देना पार्टी आलाकमान के हाथ में 

राजेंद्र सिंह जून का कहना है कि पार्टी पहले से किसी को यह नहीं कहती कि टिकट आपका है। राजेश जून लोगों की सिंपैथी हासिल करने के लिए यह कह रहे हैं कि उनके साथ धोखा हुआ है। टिकट देना पार्टी आलाकमान के हाथ में है। उनका कहना है कि पार्टी आलाकमान ने मेरी साफ छवि और कर्मठता को देखते हुए एक बार फिर से भरोसा जताया है। जिस पर वे खरे उतरेंगे। कांग्रेस की टिकट मिलने पर बहादुरगढ़ पहुंचे राजेंद्र जून का समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया।

प्रदेश में फिर से बनने जा रही कांग्रेस की सरकार

राजेंद्र जून का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं होने के बावजूद भी उन्होंने बहादुरगढ़ क्षेत्र में विकास कार्य करवाए हैं। राजेंद्र सिंह जून ने बताया कि पिछले 10 साल के भाजपा सरकार के काल में बहादुरगढ़ में विकास कार्य नहीं हुए, लेकिन अब एक बार फिर से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बहादुरगढ़ में फिर से विकास कार्यों की झड़ी लगने जा रही है।

बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से3 बार विधायक रहे हैं राजेंद्र जून 

आपको बता दें कि कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र सिंह जून बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे हैं। उनके पिता सूरजमल भी बहादुरगढ़ से विधायक रह चुके हैं। यह राजेंद्र सिंह जून का पांचवा चुनाव है। टिकट नहीं मिलने के कारण कांग्रेस नेता राजेश जून ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी ताल ठोक दी है। ऐसे में राजेंद्र सिंह जून को लोगों का कितना समर्थन मिल पाता है यह देखने वाली बात होगी।