एमए और एमटेक की डिग्री...फिर भी ये 5 युवतियां बनीं ब्रह्मकुमारी, अपनाया आजीवन ब्रह्मचर्य

हरियाणा में 5 युवतियां एक साथ जीवन से सन्यास लेकर ब्रह्मकुमारी बन गई हैं। ये सन्यास सिरसा शहर के हिसार रोड पर स्थित ब्रह्मकुमारीज आनंद सरोवर में अयोजित प्रभु समर्पण समारोह में लिया।

 

हरियाणा में 5 युवतियां एक साथ जीवन से सन्यास लेकर ब्रह्मकुमारी बन गई हैं। ये सन्यास सिरसा शहर के हिसार रोड पर स्थित ब्रह्मकुमारीज आनंद सरोवर में अयोजित प्रभु समर्पण समारोह में लिया। इनमें 4 युवतियां हरियाणा और एक युवती उत्तर प्रदेश की है। ब्रह्मकुमारीज आनंद सरोवर में अयोजित समारोह में सभी युवतियों ने शिवलिंग को वरमाला डालकर अपना सांसारिक बंधनों को त्याग कर ब्रह्मकुमारीज का जीवन अपना लिया। बता दें इन युवतियों ने लड़कियां एमए, एमटेक और ITI डिप्लोमा होल्डर किया है।

जानकारी के अनुसार साध्वी बनीं हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली रुहानी BA तक पढ़ी हैं। वहीं, रोहतक की ही सुनीता ने बीकॉम और अंजू ने 12वीं तक पढ़ाई के साथ अंजू के पास ITI डिप्लोमा भी किया है। इसके अलावा सिरसा की रहने वाली धन वर्षा ने एमटेक किया है और UP कि जिले हापुड़ में तिलकवा गांव की रहने वाली सिद्धि MA पास हैं। साध्वी बनीं रुहानी ने कहा कि वह शुरू से अध्यात्म की ओर जाना चाहती थीं। उन्होंने आश्रम में ध्यान लगाया, जिससे उनके जीवन पर गहरा असर हुआ। धीरे-धीरे आंखों की समस्या भी दूर हो गई।

संस्था की अंतरराष्ट्रीय संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी का कहना है कि ब्रह्मकुमारी बनने के लिए संस्था की एक प्रक्रिया तय है, जो सभी पर लागू होती है। 5 साल तक सेवा केंद्र में रहने के दौरान संस्थान की दिनचर्या और गाइडलाइन का पालन करना होता है। इस दौरान बहनों का आचरण, चाल-चलन, स्वभाव और व्यवहार परखा जाता है। साथ में सुदेश दीदी ने कहा कि आजीवन ब्रह्मचर्य, त्याग और तपस्या के मार्ग को धारण करना साधारण बात नहीं हैं।ये बड़ा निर्णय कर समाज के लिए उदाहरण बनकर जीवन जीना मानव जीवन की शान है।