डेरा जगमालवाली की गद्दी विवाद में नया मोड, शमशेर लहरी ने वीडियो में बताया असली वारिस का नाम

कालांवाली क्षेत्र के गांव जगमालवाली में स्थित मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम (डेरा जगमालवाली) के गद्दीनशीन संत महाराज बहादुर चंद वकील साहब का दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया। इसके बाद गद्दी के दावेदारों में विवाद छिड़...
 

कलांवली: कालांवाली क्षेत्र के गांव जगमालवाली में स्थित मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम (डेरा जगमालवाली) के गद्दीनशीन संत महाराज बहादुर चंद वकील साहब का दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया। इसके बाद गद्दी के दावेदारों में विवाद छिड़ गया है।

 इस बीच मस्ताना साहब बिलोचिस्तान आश्रम डेरा जगमालवाली में संत बहादुर चंद वकील साहब के देहांत के बाद गद्दी को लेकर जो विवाद पनपा था। उसमें आज शमशेर लहरी जो पिछले काफी समय से डेरा से जुड़े हुए हैं। उनका वीडियो सामने आया है। जिसमें शमशेर लहरी पूरी सत्संग से आपसी भाईचारा बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमारा मार्ग लड़ाई झगड़ा करना नहीं है। उन्होंने वीडियो में स्पष्ट किया है कि संतों की ओर से करीब डेढ़ वर्ष पहले महात्मा वीरेंद्र सिंह को गद्दी सौंपते हुए चल-अचल संपत्ति का मालिक बनाया था।

उन्होंने उदाहरण भी दिया है कि इससे पहले वकील साहब को जिस प्रकार से मैनेजर साहब ने गद्दी देते हुए अपनी सारी जिम्मेवारियां दी थी, उसी प्रकार बहादुर चंद वकील साहब ने भी महात्मा वीरेंद्र को जिम्मेवारी सौंपी है। महात्मा वीरेंद्र जल्द डेरा की संगत के बीच होंगे। उन्होंने इस प्रकार की बात भी वीडियो में कही है। उन्होंने यह बात भी कही है कि महात्मा वीरेंद्र व हम सबको पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से रखा हुआ है। जल्द महात्मा वीरेंद्र संगत के बीच होंगे।