रेवाड़ी की बेटी ने रचा इतिहास: बोकिया चैलेंजर सीरीज में हासिल किए 2 पदक, 90 प्रतिशत तक विकलांग

रेवाड़ी की बेटी ने विश्व बोकिया चैलेंज सीरीज में 2 मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। पूजा गुप्ता ने बहरीन के मनामा में 14 से 21 नवंबर तक आयोजित विश्व बोकिया चैलेंजर सीरीज में हिस्सा लिया।

 

रेवाड़ी: रेवाड़ी की बेटी ने विश्व बोकिया चैलेंज सीरीज में 2 मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। पूजा गुप्ता ने बहरीन के मनामा में 14 से 21 नवंबर तक आयोजित विश्व बोकिया चैलेंजर सीरीज में हिस्सा लिया। बोकिया चैलेंजर सीरीज में पूजा गुप्ता ने बीसी-4 महिला व्यक्तिगत श्रेणी में कांस्य पद और जोड़ी वाली बीसी- 4 श्रेणी में सिल्वर पदक हासिल किया है। शारीरिक रूप से विकलांग होने के बावजूद भी पूजा ने कड़ी मेहनत और जज्बे से यह साबित कर दिया है कि अगर हौंसले बुलंद हो तो मुश्किल राह भी आसान लगती है।

पूजा गुप्ता रेवाड़ी की रहने वाली है। पूजा का जन्म 1990 में एक सामान्य परिवार में हुआ था। पूजा के पिता का नाम अजय गुप्ता और उनकी मां का नाम सुनीता गुप्ता है। साल 2014 से पूजा गुप्ता पंचकूला में पंजाब नेशनल बैंक में बतौर चीफ मैनेजर के पद पर काम करती हैं। 2020 में पूजा ने अपने खेल की शुरुआत की थी। पूजा गुप्ता ने बहरीन के अलावा ग्वालियर में आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2024 में एक स्वर्ण पदक और एक कांस्य पदक भी अपने नाम किया है। इससे पहले पंजाब में आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2022 में 2 स्वर्ण पदक और आंध्र प्रदेश में आयोजित 2021 की राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक हासिल किया है।

बेटी की सफलता से दूसरे युवा भी होंगे प्रेरित

पूजा गुप्ता अपनी जीत का श्रेय अपने परिवार को दिया है। पूजा का कहना है कि उनके परिवार के सहयोग की वजह से आज उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। पूजा का कहना है कि उनके कोच जसप्रीत सिंह ने उनकी काफी मदद की है। माता-पिता का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उनकी बेटी की सफलता से दूसरे युवा भी प्रेरित होंगे।