सस्ते नहीं, महंगे घरों की बढ़ रही है डिमांड, इस रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के पहले 9 महीनों में लग्जरी हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री 12,625 तक पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 9,160 थी. दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद ने लगभग 90 फीसदी बिक्री का हिस्सा लिया.

 

2024 में लग्जरी हाउसिंग बाजार में एक बड़ा बदलाव देखा गया है. अब लोग छोटे या साधारण घरों के बजाय बड़े और स्मार्ट घरों की तरफ बढ़ रहे हैं. कोरोना महामारी के दौरान घर से काम करने की आदत और लोगों की लाइफ स्टाइल में आए बदलाव ने घर की परिभाषा ही बदल दी है. घर अब सिर्फ रहने की जगह नहीं रह गए हैं, बल्कि एक ऐसी जगह बन गए हैं जहां लोग अपने काम, आराम, सेहत और मनोरंजन के लिए सभी सुविधाएं चाहते हैं. महामारी के बाद, जब से लोग घर से काम करने लगे, तब से घर के भीतर अलग-अलग स्पेस की जरूरत महसूस होने लगी है. आजकल के घर केवल एक छत नहीं, बल्कि एक स्मार्ट, आरामदायक और हर पहलू से फिट जगह बन गए हैं.

यही कारण है कि 2024 में लग्जरी घरों की डिमांड में जोरदार इजाफा हुआ है. इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि मौजूदा साल के पहले 9 महीनों में लग्जरी हाउस की बिक्री में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 38 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. जिसमें देश के बड़े महानगरों की हिस्सेदारी 70 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कि आखिर लग्जरी हा​उसिंग को लेक​र किस तरह की रिपोर्ट सामने आई है? इस पर जानकार अपनी किस तरह की राय रख रहे हैं.

2024 में लग्जरी हाउसिंग का बढ़ता मार्केट

प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के पहले 9 महीनों में लग्जरी हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री 12,625 तक पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 9,160 थी. दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद ने लगभग 90 फीसदी बिक्री का हिस्सा लिया. इस दौरान, दिल्ली-एनसीआर ने 5,855 यूनिट्स बेचीं, जो साल दर साल 72% की वृद्धि थी. मुंबई ने 3,820 यूनिट्स बेचीं, जो 18% की वृद्धि दर्शाता है, और पुणे में 810 लग्जरी यूनिट्स की बिक्री हुई, जो बिक्री में एक महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है.

ऐसे घरों की बढ़ रही है डिमांड

बड़े घरों की बढ़ती मांग का प्रमुख कारण वर्क-फ्रॉम-होम का ट्रेंड है. घर में काम करने के लिए अब लोग ऐसे घर चाहते हैं जिनमें एक अलग ऑफिस स्पेस हो, ताकि काम में कोई बाधा न आए. इसके साथ ही, घर में पर्याप्त जगह, खुला फ्लोर प्लान और आरामदायक माहौल की भी मांग बढ़ी है. हाई इनकम सेगमेंट के लोग अब ऐसे घर पसंद कर रहे हैं जिनमें एक बड़ा किचन, बाहरी जगह जैसे गार्डन और बालकनी, और आधुनिक सुविधाएं हों. इसके साथ ही, लोग अब अपने घरों में हेल्थ के लिए जिम, योग स्टूडियो, स्पा, और मेडिटेशन जैसी सुविधाएं भी चाहते हैं.

स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी की बढ़ती डिमांड

स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी का ट्रेंड भी लग्जरी हाउसिंग मार्केट में तेजी से बढ़ा है. अब लोग ऐसे घरों की तलाश कर रहे हैं जिनमें स्मार्ट फीचर्स हों, जैसे कि स्मार्टफोन से घर के सभी उपकरणों को कंट्रोल करना. इसके अलावा, प्राइवेट जिम, छत पर टेरेस, और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं भी उपभोक्ताओं की प्राथमिकता बन गई हैं. रियल एस्टेट से जुड़े कई डेवलपर्स ने इस बदलाव को महसूस किया है और वह इन बदलती प्राथमिकताओं के मुताबिक अपने प्रोजेक्ट्स को डिजाइन कर रहे हैं.

लाइफस्टाइल में बदलाव बड़ी वजह

ट्रेवॉक के एमडी, सहज चावला का कहना है कि लग्जरी हाउसिंग की मांग में वृद्धि उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं में बड़े बदलाव को दर्शाती है. आजकल के खरीदार ऐसे आइकोनिक घरों की तलाश में हैं, जो बेहतरीन सुविधाओं, एडवांस ऑटोमेशन और टिकाऊ डिजाइन से लैस हों. आधुनिक समय में लग्जरी हाउसिंग सिर्फ एक स्टेटस सिंबल नहीं, बल्कि बेहतर जीवन स्तर में निवेश का एक तरीका बन गया है. एनसीआर और मुंबई जैसे प्रमुख बाजारों में इस मांग में तेजी देखी जा रही है, जहां दिल्ली-एनसीआर में 2024 के पहले 9 महीनों में बिक्री में लगभग तीन चौथाई की बढ़ोतरी हुई है. हम इन बदलती हुई उम्मीदों को समझते हैं और ऐसी प्रीमियम प्रॉपर्टीज देने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध हैं, जो नई तकनीक, टिकाऊपन और बेहतर जीवन स्तर को दिखाती हैं.

नोएडा और गुरुग्राम पहली पसंद

ट्राइसोल रेड के सेल्स डायरेक्टर, सागर गुप्ता के मुताबिक बेहतर योजना और इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण दिल्ली एनसीआर तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है. नई सड़कों और बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के कारण, यह शहर और इसके आसपास के इलाके अब रहने के लिए ज्यादा सुलभ हो गए हैं. जैसे-जैसे ये इलाके और सुलभ हो रहे हैं, लग्जरी घरों की मांग भी बढ़ रही है. गुरुग्राम और नोएडा जैसे शहर अब लग्जरी रियल एस्टेट के लिए सबसे पसंदीदा जगह बन गए हैं, जहां आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं उपलब्ध हैं. खास बात ये है कि मिलेनियल्स अब 54% घर खरीदने के लिए जिम्मेदार हैं, जो यह दिखाता है कि रियल एस्टेट बाजार में उनका प्रभाव बढ़ रहा है. इसके अलावा, हाई नेट वर्थ वाले खरीदार अब ऐसी प्रॉपर्टीज़ की तलाश में हैं, जो न सिर्फ लग्जरी दें, बल्कि निवेश पर अच्छा रिटर्न भी दें.

प्रीमियम प्रोजेक्ट में निवेश बढ़ा

राइज इन्फ्रावेंचर्स के एमडी शांतनु गंभीर का कहना है कि लग्जरी रियल एस्टेट मार्केट में खरीदारों और निवेशकों के लिए ये एक रोमांचक समय है. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है और बड़े घरों की मांग लगातार बढ़ रही है. दिल्ली-एनसीआर लग्जरी रियल एस्टेट के लिए एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है, जो उन लोगों को बेहतरीन जीवन अनुभव दे रहा है, जो आराम और स्टाइल में सबसे अच्छा चाहते हैं. 2024 के पहले छह महीनों में इन शहरों में लगभग 3,300 लग्जरी घर बिके, जो पिछले साल की इसी अवधि से 13.8% ज्यादा हैं. ये शहर अब लग्जरी रियल एस्टेट के प्रमुख हॉटस्पॉट बन रहे हैं, जहां ऐसे खरीदारों की मांग है जो अच्छे स्थानों और उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएं चाहते हैं.

अफोर्डेबल हाउसिंग से आगे बढ़ा ट्रेंड

एक्सेंशिया इन्फ्रा के डायरेक्टर, मानित सेठी का कहना है कि भारत में लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी हाउसिंग मार्केट में पिछले 2-3 सालों में बड़ा बदलाव आया है, जो अब पहली बार किफायती हाउसिंग से आगे बढ़ चुका है. इस बदलाव के साथ, अब डेवलपर्स का ध्यान उच्च मूल्य वाले रेजिडेंस पर है, जिनमें खास अनुभव और सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है. लग्जरी प्रॉपर्टीज़ की बिक्री यह दिखाती है कि खरीदारों में बिना किसी परेशानी के टॉप-लेवल विकल्पों के लिए मांग बहुत है. जैसे-जैसे मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ रही हैं, डेवलपर्स अब टियर 2 और टियर 3 शहरों पर ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि ये लग्जरी रियल एस्टेट के लिए अच्छे मौके बन रहे हैं. देहरादून जैसे शहर अब ऐसे स्थान बन रहे हैं, जो विकास की उम्मीद जगाते हैं और वे उन खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं जो बड़े शहरों से बाहर प्रीमियम जीवन अनुभव की तलाश में हैं.