पूर्वी इंफाल में बड़े हमला नाकाम, सेना और मणिपुर पुलिस ने 8 आईईडी को किया डिफ्यूज

सेना और मणिपुर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से बड़ी घटनाएं टल गईं जो सुरक्षा बलों और अन्य यात्रियों को निशाना बनाने के लिए की गई थी. इस क्षेत्र का उपयोग बड़े पैमाने पर इम्फाल पूर्व के मोइरंगपुरेल और इथम गांवों में किसानों और पशु चराने वालों द्वारा किया जाता है.

 

भारतीय सेना ने मणिपुर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में पूर्वी इंफाल जिले के सैचांग इथम क्षेत्र में आठ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरादम किया और उन्हें निष्क्रिय कर दिया. बता दें कि सेना की टुकड़ी ने तेजी से कार्रवाई करते हुए बम निरोधक टीम के साथ, लगभग 33 किलोग्राम वजन वाले आईईडी को निष्क्रिय कर दिया.

सेना और पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से बड़ी घटनाएं टल गईं जो सुरक्षा बलों और अन्य यात्रियों को निशाना बनाने के लिए की गई थी. इस क्षेत्र का उपयोग बड़े पैमाने पर इम्फाल पूर्व के मोइरंगपुरेल और इथम गांवों में किसानों और पशु चराने वालों द्वारा किया जाता है. इस कार्रवाई से विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे दहशतगर्दों के नापाक मंसूबों को करारा झटका लगा है.

सेना और पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन

इससे पहले शुक्रवार को मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले के चानुंग टॉप में सेना और पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में भारी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद बरामद किया. बता दें कि भारतीय सेना और मणिपुर पुलिस ने कांगपोकपी और इंफाल पूर्वी जिले से 17 जुलाई को एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था. इस ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए. जिसके हथियारों की जांच के लिए मणिपुर पुलिस को सौंप दिया गया है.

हथियार और गोला-बारूद बरामद

वहीं जून में भी इंफाल पूर्व और बिष्णुपुर जिलों के कुछ हिस्सों में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था. इसमें 11 ग्रेनेड, 6 आईईडी, पांच 303 राइफल, 3 डेटोनेटर, 1 कार्बाइन, 1 हैंडगन, विभिन्न प्रकार के बम और गोला-बारूद के अलावा चार वॉकी-टॉकी और दो रेडियो सेट बरामद किए गए थे. पुलिस ने बताया कि इंफाल पूर्व जिला घाटी क्षेत्र में है जबकि बिष्णुपुर जिले का एक हिस्सा पहाड़ियों में है.