घर पर बोर हुआ तो भांजा-भांजी को साथ ले गया मामा, ट्रेन में बैठाया…फिर इस हाल में मिले तीनों

राजस्थान के बाड़मेर जिले में अपनी बहन के ससुराल पढ़ाई करने आए नाबालिग बच्चे का वहां मन नहीं लगा. उसने फिर बहन के ससुराल से जाने के लिए प्लानिंग बनाई. वो बिना किसी को बताए अपने नाबालिग भांजा-भांजी को लेकर ट्रेन से नागौर आ गया. इसके बाद तीनों बच्चों का क्या हुआ चलिए जानते हैं...

 

राजस्थान के बाड़मेर से घर पर बिना बताए निकले तीन नाबालिग बच्चों को जीआरपीएफ पुलिस ने नागौर रेलवे स्टेशन से सकुशल दस्तयाब कर लिया. तीनों बच्चे घर से ट्यूशन के लिए निकले और रेल में बैठे नागौर आ गए. तीनों नाबालिग में बड़ा बच्चा जो नागौर के चाऊ गांव का है. वो अपनी बहन के ससुराल बाड़मेर में पढ़ाई करने के लिए गया था. इस दौरान वहां पर उसका मन नहीं लगा, तो वो घर पर बिना बताए अपनी बहन के दो बच्चों को साथ लेकर ट्यूशन का बता कर घर से निकल गया और बाड़मेर रेलवे स्टेशन से जोधपुर के लिए ट्रेन में बैठ गया.

बच्चे घर से गायब हुए तो परिजनों ने बाड़मेर पुलिस थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया. बाड़मेर पुलिस ने फिर प्रदेश भर के थानों, रेलवे स्टेशन और पुलिस चौकियों पर बच्चों की फोटो भिजवाईं. कई टीमों को बच्चों की तलाश में लगाया गया.

चौकी इंचार्ज को हुआ शक

इस दौरान तीनों बच्चे नागौर के रेलवे स्टेशन पर करीब सात बजे भटिंडा पैसेंजर गाड़ी से उतरे. वहां जीआरपीएफ नागौर रेलवे स्टेशन चौकी इंचार्ज रामेश्वर राड को बच्चे संदिग्ध लगे, जिस पर बच्चों से पूछताछ की. पूछताछ में बच्चों ने अपना नाम पता सही बता दिया.

पुलिस और परिजनों को दी जानकारी

इसके बाद रेलवे स्टेशन चौकी इंचार्ज रामेश्वर राड ने बाड़मेर रेलवे पुलिस चौकी को इनकी सूचना दी. बच्चों के परिजनों को भी जानकारी दी. नागौर रेलवे स्टेशन चौकी इंचार्ज रामेश्वर राड ने बताया कि बच्चे सही सकुशल मिले. उनको खाने, पीने का लिए भी दिया गया. बच्चों के परिजन उन्हें लेने के लिए पहुंच रहे हैं. जैसे ही वे लोग पहुंचेंगे, बच्चों को उन्हें सौंप दिया जाएगा. उधर, बच्चों के घर वालों ने भी अब राहत की सांस ली है. बच्चों के गायब होने के बाद से ही वो लोग टेंशन में थे.