क्या सोने की कीमतों में आएगी और गिरावट? अमेरिका के इस फैसले का दिख सकता है असर

केंद्रीय बजट 2024 में सरकार में कस्टम ड्यूटी में कटौती और चीन में मांग को लेकर चिंताओं के कारण पिछले सप्ताह भारत में सोने की कीमतों में गिरावट आई है. उम्मीद से बेहतर अमेरिकी Q2 जीडीपी और बेरोजगारी दावों के आंकड़ों ने भी सोने की कीमतों पर दबाव डाला है.

 

अंतरराष्ट्रीय सर्राफा कीमतों में बढ़ोतरी के चलते एमसीएक्स पर सोमवार को सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई. जुलाई महीने में अब तक एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में 4% से अधिक की गिरावट आई है और विश्लेषकों का मानना ​​है कि कीमतों में हालिया गिरावट सोना खरीदने का एक अच्छा अवसर हो सकता है.

एमसीएक्स पर सोने का भाव 249 रुपए यानी 0.37% बढ़कर 68,435 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है, जबकि एमसीएक्स पर चांदी का भाव 684 रुपए यानी 0.84% ​​बढ़कर 82,055 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमोडिटी बाजार में हाजिर सोना 0.4% बढ़कर 2,394.88 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.5% बढ़कर 2,393.20 डॉलर हो गया है.

ये आंकड़े दे रहे संकेत

केंद्रीय बजट 2024 में सरकार में कस्टम ड्यूटी में कटौती और चीन में मांग को लेकर चिंताओं के कारण पिछले सप्ताह भारत में सोने की कीमतों में गिरावट आई है. उम्मीद से बेहतर अमेरिकी Q2 जीडीपी और बेरोजगारी दावों के आंकड़ों ने भी सोने की कीमतों पर दबाव डाला है. जुलाई की शुरुआत में MCX पर सोने की कीमत लगभग 71,600 रुपए प्रति 10 ग्राम थी और महीने के मध्य में यह लगभग 74,730 रुपए के हाई लेवल पर पहुंच गई. हालांकि, बजट 2024 के बाद सोने की कीमतों में भारी गिरावट आई है और पिछले सप्ताह यह लगभग 67,400 रुपए के कई महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गई.

इस वजह से तेजी की है उम्मीद

हालांकि, शॉर्ट कवरिंग और कुछ वैश्विक और घरेलू सकारात्मक कारकों के कारण सोने की कीमतों में तेजी आने की उम्मीद है. केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया ने कहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदें, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में नरमी, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव में वृद्धि और फीस एडजस्टमेंट के बाद घरेलू बाजारों में भौतिक मांग में वृद्धि पीली धातु की कीमतों को समर्थन देने वाले प्रमुख कारक हैं. चांदी की कीमत पर बोलते हुए केडिया ने कहा कि चीन के कमजोर आंकड़ों के कारण चांदी के बाजार में निराशा है. सोना-चांदी का अनुपात भी तेजी से बढ़ा है और यह 85 के स्तर के आसपास है, जो दर्शाता है कि सोना चांदी से बेहतर प्रदर्शन करेगा.

इस बात से तय होगी आगे की कीमत

केडिया ने कहा कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव अधिक रहने की संभावना है. सोना का सपोर्ट प्राइज 67,000 रुपए और रेजिस्टेंस 69,800 रुपए रह सकता है. चांदी के लिए यह 80,200 रुपए और 85,600 रुपए रहने की संभावना है. रिलायंस सिक्योरिटीज में सीनियर रिसर्च विश्लेषक मुद्रा और कमोडिटीज, जिगर त्रिवेदी ने कहा कि जुलाई में अब तक MCX सोना 4% से अधिक गिर गया है, जबकि दूसरी तरफ, कॉमेक्स सोना लगभग 2.9% बढ़ा है. यह सप्ताह सोने की कीमतों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व सहित कुछ वैश्विक केंद्रीय बैंक अपनी मौद्रिक नीतियों की घोषणा करने जा रहे हैं.