लखीमपुर खीरी में बीजेपी MLA को वकील ने पीटा, पुलिस की मौजूदगी में मारपीट

यह घटना यूपी के लखीमपुर खीरी की है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक योगेश वर्मा के साथ मारपीट हुई है. इस दौरान वहां पुलिस भी मौजूद थी. बताया जा रहा है कि मारपीट की ये घटना को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव को लेकर हुई है.

 

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भारतीय जनता पार्टी के विधायक योगेश वर्मा के साथ मारपीट की गई है. पुलिस के सामने जिला बार संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह और उनके समर्थकों ने विधायक के साथ मारपीट की. जिस समय ये घटना हुई, वहां पुलिस भी मौजूद थी. पुलिसकर्मी विधायक को बचाकर वहां से दूर ले गए. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.

वीडियो में दिख रहा है कि विधायक योगेश वर्मा सड़क पर आ रहे हैं. इसी बीच, जिला बार संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह वहां पहुंचते हैं और विधायक को थप्पड़ मार देते हैं. इस पर विधायक भी भड़क जाते हैं और वह भी मारने के लिए बढ़ते हैं. तभी अवधेश सिंह के समर्थक वहां पहुंच जाते हैं और विधायक के साथ मारपीट करने लगते हैं. हालांकि, वहां मौजूद पुलिसकर्मी बीच-बचाव करते हुए शख्स को दूर ले जाते हैं.

को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव से जुड़ा मामला

मारपीट का यह मामला लखीमपुर खीरी में अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव से जुड़ा बताया जा रहा है. आरोप है कि लखीमपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक में बीते कई सालों से चुनाव गुपचुप तरीके से हो जाते हैं. इस बार भी ऐसा ही करने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन, डेलीगेट और चेयरमैन के दावेदारों ने इसको लेकर काफी विरोध जताया था.

14 अक्टूबर को होना है मतदान

विधायक का आरोप है कि जिला बार संघ के अध्यक्ष अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध समिति के चुनाव में धांधली करके अपनी पत्नी को चेयरमैन बनवाना चाहते हैं. दरअसल, अवधेश सिंह की पत्नी पहले भी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध समिति की चेयरमैन रह चुकी हैं. बैंक के लगभग 10,000 से अधिक शेयर होल्डर वोटिंग के जरिए डेलीगेट और चेयरमैन चुनते हैं. इसको लेकर बुधवार से नामांकन होना था. वहीं, 10 अक्टूबर नामांकन वापसी की तारीख है. 11 को अंतिम सूची का प्रकाशन होना है. 14 अक्टूबर को मतदान होगा.

विधायक योगेश वर्मा ने लगाया आरोप

बुधवार को तीन बजे तक प्रत्याशियों के आपत्तियों का निस्तारण किया जाना था. इसको लेकर नोटिस चिपकाया गया था, जिसे किसी ने फाड़ दिया. इस बात का पता लगते ही विधायक योगेश वर्मा वहां पहुंचे और आपत्ति जताई. विधायक योगेश वर्मा के मुताबिक, चुनाव में धांधली की कोशिश की जा रही है. अवधेश सिंह अपनी पत्नी को गुपचुप तरीके से प्रबंध समिति का चेयरमैन बनवाना चाहते हैं.

देर रात तक नहीं की गई थी चुनाव की तैयारी

आज 9 अक्टूबर को डेली गेट का नामांकन था, लेकिन इसको लेकर 8 अक्टूबर की देर रात तक किसी प्रकार की कोई तैयारी नहीं की गई थी. इसकी पोल तब खुली, जब सदर एसडीएम सीओ सिटी बैंक परिसर पहुंचे और अधिकारियों से प्रपत्र मांगे, तो बैंक अधिकारी कोई जवाब नहीं दे पाए. अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन चुनाव को लेकर गुटबाजी साफ दिख रही है. एक तरफ सदर विधायक का गुट है, तो दूसरी तरफ जिला बार संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह का. अवधेश सिंह अपनी पत्नी को प्रबंध समिति का चेयरमैन बनवाना चाहते हैं.