सुल्तानपुर डकैती कांड: मंगेश यादव ने जौनपुर से चोरी की थी बाइक, दो ग्रुप में आए थे बदमाश

सुल्तानपुर के घंटाघर इलाके में स्थित ज्वेलरी शॉप से 28 अगस्त को दोपहर में डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था. दो बाइकों से आए बदमाश शॉप से करोड़ों रुपयों की ज्वेलरी और नगदी लूट ले गए थे. डकैती की घटना में 12 बदमाश शामिल थे. घटना का मुख्य सरगना विपिन सिंह ने अपने आप को सरेंडर कर दिया था. वहीं, पांच सितंबर को डकैती की घटना का आरोपी मंगेश यादव पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था.

 

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर डकैती कांड मामले में डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का खुलासा किया है. उन्होंने कहा पुलिस एनकाउंटर में मारा गया मंगेश यादव डकैती की घटना में सीधे तौर पर शामिल था. खुलासे में बताया गया है कि डकैती में जिस बाइक का इस्तेमाल किया गया उसे मंगेश यादव ने जौनपुर से चोरी की थी.

घटना का खुलासा करते हुए एडीजी लॉ अमिताभ यश ने बताया कि सुल्तानपुर में ज्वेलरी शॉप पर हुई डकैती की घटना में शामिल मुख्य आरोपी विपिन सिंह ने दुकान की दो बार रेकी की थी. उन्होंने बताया कि हमारे पास जो वीडियो साक्ष्य हैं उसके मुताबिक, विपिन ने 13 और 15 अगस्त को ज्वेलरी शॉप की रेकी की थी. विपिन सिंह के साथ फुरकान और गुर्जर भी घटना में शामिल थे. इस घटना में इस्तेमाल की गई बाइक कोम्मन्ग्र्ष यादव ने जौनपुर से चोरी किया था.

दो ग्रुप में आए थे बदमाश, दिया डकैती को अंजाम

अमिताभ यश ने बताया कि डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी दो ग्रुप में पहुंचे थे. इनके अलावा आरोपी पुष्पेंद्र, डब्लू और सचिन भी बोलेरो से वहां पहुंचे थे. ये लोग भी डकैती की घटना में सीधे शामिल थे. वहीं, डकैती के लिए दुकान के अंदर फुरकान, अनुज, अरबाज, मंगेश यादव और अंकित यादव घुसे थे. इसके अलावा विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद, विवेक और दुर्गेश दुकान के आसपास घेराबंदी किए हुए थे, ताकि कोई समस्या होगी तो यह लोग फायर कर पुलिस से साथियों को बचा सकेंगे.

उन्होंने बताया कि ये पुलिस पर फायर कर सकते थे, ताकि सबको भगाया जा सके. अमिताभ यश ने बताया कि इन सभी बातों की जानकारी सीसीटीवी फुटेज और छनबीन से सामने आई है. यही नहीं, गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में भी इन बातों को सही पाया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर इस घटना का खुलासा किया है.

2 बार की रेकी, जौनपुर से की बाइक चोरी

जानकारी देते हुए एडीजी जोन लखनऊ एसबी शिरोडकर ने बताया कि डकैती से पहले दो बार रेकी की गई थी. जिसमें फुटेज हमारे पास अवेलेबल हैं. 13 तारीख को जो रेकी की गई उसमें फुटेज के आधार पर मौके पर विपिन और सचिन थे. इससे पहले वाली रेकी में लोकेशन के आधार पर पता चला. इसमें जो दो मोटरसाइकिल थी. जिनका इस्तेमाल डकैती की घटना में किया गया था. यह दोनों मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी. उसका भी फुटेज सामने आया है.

जिसके आधार पर अभियुक्त की पहचान की गई. इसके अलावा बोलेरो जिस आरोपी की थी उसे 2 सितंबर को मुठभेड़ में सुल्तानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उनके कब्जे से 15 किलो चांदी और मोटरसाइकिल मिली थी. उन्होंने बताया कि जब बदमाश भाग रहे थे तब भी कुछ सामान बरामद किया गया था, जो ज्वेलर्स से साझा किया था.

खुलासे के लिए ली गई एसटीएफ और टेक्निकल साक्ष्य की मदद

एडीजी जोन लखनऊ ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ और टेक्निकल साक्ष्य की मदद ली गई. पूरा सीक्वल मैप किया गया. घटना के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने रायबरेली जेल में अपने को सरेंडर किया था. पूरी कानूनी कार्रवाई कर हमें पांच दिन का रिमांड मिला था. विपिन सिंह से पूछताछ के बाद जो लोग अरेस्ट हुए उसमें दुर्गेश महत्वपूर्ण व्यक्ति है. इसके बाद में गिरफ्तारी की गई. विपिन सिंह के पास से 1.2 किलो गोल्ड बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले सूरत में डकैती की घटना में अनुज, अरबाज और फुरकान शामिल थे.

बीजेपी ने यूपी को फर्जी एनकांउटर का सेंटर बना दिया है- अखिलेश

अखिलेश यादव ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस ने एक बार फिर मंगेश यादव एनकाउंटर पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि एनकांउटर को लेकर झूठी कहानी पढ़ी जा रही है. मंगेश यादव की हत्या की गई है. सब जानते हैं कि उसे घर से उठा कर ले जाया गया. उन्होंने कहा कि इन्हें मंगेश की मां और बहन का दर्द नहीं समझा में आ रहा है. चप्पल में एनकांउटर कर दिया गया. अगर दिमाग होता तो चप्पल में एनकांउटर नहीं करते. सभी एनकांउटर पर सवाल उठ रहे हैं.

नोएडा में भी एनकांउटर फर्जी हुए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यूपी को फर्जी एनकांउटर का सेंटर बना दिया है. ये एनकांउटर से डराने में लगे हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि केवल फेंक एनकांउटर नहीं, ये सरकार हमारे आपके अधिकार छीन रही है. बीजेपी किसी की सगी नहीं है. जहां लूट की गई है, उसके कागज आए हैं. हम दोनों सदन में उठायेंगे, हम संसद में भी इस मामले को उठायेंगे.