बस से उतर रही थी बच्ची, तभी ड्राइवर ने बढ़ा दी गाड़ी, पहिए की चपेट में आने से मासूम की मौत

घटना उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की है. स्कूल की छुट्टी होने के बाद बच्ची का घर पास आने पर ड्राइवर ने उसको आवाज देकर आगे बुलाया, तो वह बस के गेट पर आकर खड़ी हो गई. बस के रुकते ही वह जैसे ही नीचे उतरने लगी तो ड्राइवर ने बिना देखे बस को आगे बढ़ा दिया. इसके कारण बच्ची लड़खड़ाकर नीचे गिर गई. बस के पहिए ने उसे कुचल दिया और उसकी मौत हो गई.

 

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. एक बच्ची स्कूल बस से घर वापस आ रही थी. बस जैसे ही घर के समीप पहुंची, वह उतरने लगी, तभी ड्राइवर ने उसी समय गाड़ी को आगे बढ़ा दिया. बच्ची बस के पहिए के नीचे आ गई और उसकी मौत हो गई. बच्ची के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. हादसे के बाद ड्राइवर मौके से फरार हो गया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

घटना गोरखपुर के कैम्पियरगंज थाना क्षेत्र के दौलत नगर की है. यहां चिकनी गांव के रहने वाले अखिलेश यादव की पांच साल की बेटी सौम्या आरएस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी. वह नर्सरी क्लास की छात्रा थी. पुलिस ड्राइवर की तलाश कर रही है.

क्या है मामला?

स्कूल की छुट्टी होने के बाद सौम्या का घर पास आने पर ड्राइवर ने उसको आवाज देकर आगे बुलाया, तो वह बस के गेट पर आकर खड़ी हो गई. बस के रुकते ही वह जैसे ही नीचे उतरने लगी तो ड्राइवर ने बिना देखे बस को आगे बढ़ा दिया. इसके कारण बच्ची लड़खड़ाकर नीचे गिर गई. स्कूल बस में सवार बच्चों ने शोर मचाया, लेकिन ड्राइवर ने ध्यान नहीं दिया. इसी दौरान सौम्या बस के पहिए के नीचे आ गई और उसकी मौत हो गई.

ड्राइवर मौके से फरार

आसपास के लोगों घटना को देखते ही ड्राइवर को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह बस छोड़कर भाग गया. पुलिस सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची और स्कूल वालों से ड्राइवर की जानकारी जुटाकर उसको पकड़ने की कोशिश कर रही है.

क्या बोले एसपी ?

एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सौम्या की मां ममता यादव की शिकायत पर ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

स्कूल पर उठे सवाल

घटना के बाद स्कूल पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं.उनका कहना है कि स्कूल पैसे की लालच में बसों की सुविधाएं देते है. लेकिन ड्राइवर और बस की स्थिति को लेकर कोई जांच पड़ताल नहीं करते. नियम के अनुसार जो भी बस बच्चों को लेकर जाती है, उसके आगे पीछे स्कूल बस लिखा जाना चाहिए. साथ ही बसों में फर्स्ट एड बॉक्स भी जरूरी है. जिस बस से घटना हुई उसमें ड्राइवर के अलावा कोई भी अटेंडेंट नहीं था.

एसएसपी ने कहा

एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने कहा कि पुलिस स्कूल के प्रबंधकों और प्रिंसिपल से बात करके उनको नियमों की जानकारी देती है. यह जरूरी होती है कि किसी भी दशा में बच्चों के जीवन से खिलवाड़ ना किया जाए. शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जाती है. उन्होंने कहा कि जल्द ही अभियान चलाकर ड्राइवरों की कमियों के अनुसार कार्रवाईकीजाएगी.