‘FIR लिखकर वसूली करती है यूपी पुलिस’, संभल मामले पर डिंपल यादव का बड़ा दावा

डिंपल ने कहा, "संभल की घटना पर हम संसद में चर्चा चाहते हैं. हमारे कई सांसदों ने इस संबंध में स्पीकर को नोटिस भी जारी किया है. हम सदन में पुलिस और प्रशासन के अमानवीय व्यवहार के बारे में बोलना चाहते हैं."

 

उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हुई हिंसा के बाद भले ही हालात शांतिपूर्ण नजर आ रहे हों, लेकिन इस हिंसा को लेकर राजनीतिक हलचल बनी हुई है. आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि यूपी पुलिस एफआईआर लिखकर लोगों से वसूली कर रही है. वहीं बीजेपी ने कहा कि संभल हिंसा के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही विपक्षी दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करने की अपील भी की.

हिंसा के बाद एफआईआर दर्ज कर स्थानीय लोगों से यूपी पुलिस की ओर से वसूली करने के आरोप पर डिंपल यादव ने कहा कि यूपी पुलिस लोगों को परेशान करने और उन्हें बरगलाने का पूरा खाका तैयार कर रही है. पुलिस वाले लोगों को परेशान कर रहे हैं. पुलिस पहले उनसे एफआईआर लिखवाती है फिर उनसे वसूली भी कर रही है.” उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ संभल का मामला नहीं है बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में यह चल रहा है.

संभल हिंसा सुनियोजितः डिंपल यादव

संभल हिंसा को सुनियोजित बताते हुए उन्होंने कहा, “हम कह रहे हैं कि यह सब सुनियोजित तरीके से किया गया है. अगर आप पूरे घटनाक्रम को देखेंगे तो जिस तरह 19 तारीख को पिटिशन फाइल होती है, फिर इसी दिन सिटिंग जज कहते हैं कि सर्वे होना चाहिए. महज 2 घंटे के अंदर प्रशासन सर्वे के लिए पहुंच जाता है. जहां हमारे सांसद मौजूद रहते हैं और शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे भी हो जाता है.”

#WATCH | Delhi | Samajwadi Party MP Dimple Yadav says, “We want the Sambhal incident to be discussed in the Lok Sabha. We have been assured by the Speaker that he will get it discussed. There is a complete roadmap by which UP police are harassing and manipulating the people…We pic.twitter.com/7bCd3eEmVL

— ANI (@ANI) November 28, 2024

वह आगे कहती हैं, “फिर शुक्रवार को वहां पर होने वाली नमाज के लिए आम लोगों को रोके जाने तक मामला शांत रहता है. लेकिन अचानक प्रशासन की ओर से यह फैसला लेना कि 24 नवंबर को फिर से सर्वे कराया जाएगा. उस दिन प्रशासन के लोग (DM और CO आदि) आगे चल रहे हैं और उनके पीछे नारेबाजी हो रही होती है, इस दौरान प्रशासन ने उन्हें क्यों नहीं रोका.” उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं न कहीं यह पूरा घटनाक्रम प्रशासन की ओर से कराया गया है. यह सब कुछ अपनी कुर्सी बचाने के लिए किया गया है.

देश को पीछे ले जाने की कोशिशः डिंपल

संसद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए जाने से पहले समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “हम चाहते हैं कि लोकसभा में संभल घटना पर चर्चा हो और हमें स्पीकर की ओर से यह आश्वासन भी मिला है कि वह इस पर चर्चा करवाएंगे.” उन्होंने आगे कहा, “संभल की घटना पर चर्चा चाहते हैं. हमारे कई सांसदों ने इस संबंध में सभापति को नोटिस भी जारी किया है. हम सदन में पुलिस और प्रशासन के अमानवीय व्यवहार के बारे में बोलना चाहते हैं.”

दूसरी ओर, अजमेर शरीफ दरगाह के भीतर शिव मंदिर पर दावा करने वाले मुकदमे पर डिंपल यादव ने कहा, “सत्ता में बैठे लोग इस देश को पीछे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. वे नहीं चाहते कि युवाओं को रोजगार मिले. वे लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों से भटकाने के लिए एक दिशा में काम कर रहे हैं.”

वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कल बुधवार को कहा कि संभल में पिछले दिनों हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में कहा, “यह बेहद संवेदनशील मुद्दा है. इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. मैं सभी से यही अपील करुंगा कि हिंसा की जांच चल रही है और जांच एजेंसियों को अपना काम पूरा करने दें.”