हम मुस्लिम नहीं, हिंदू हैं… गायत्री मंत्र-हनुमान चालीसा पढ़ी, लेकिन नहीं दिखा पाए ID; साधुओं की बेरहमी से पिटाई

उत्तर प्रदेश के मेरठ में साधुओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. कुछ लोगों ने इन साधुओं को मुस्लिम समझकर पकड़ा और गायत्री मंत्र पढ़वाया. इसके बच्चा चोर कहकर मारपीट की. सोशल मीडिया में घटना वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.

 

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां राह चलते तीन साधुओं को मुस्लिम समझकर कुछ लोगों ने बंधक बना लिया और उन्हें बच्चा चोर कहकर खूब पिटाई की. आरोपियों ने पहले साधुओं से गायत्री मंत्र पढ़वाया, इसके बाद हनुमान चालीसा पढ़वाया. इसके बाद उनसे आधार कार्ड दिखाने को कहा, जब साधु आधार कार्ड नहीं दिखा पाए तो लोगों ने उन्हें बच्चा चोर बोलकर मारपीट शुरू कर दी. घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची.

पुलिस ने साधुओं के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. यह वारदात मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में प्रहलाद नगर का है. पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर तीन साधु भिक्षा मांगने निकले थे. प्रहलाद नगर में इन साधुओं को मुस्लिम समझकर कुछ लोगों ने रोक लिया. मौके पर ही उनसे गायत्री मंत्र और हनुमान चालीसा पढ़वाया. इसमें साधु पास हो गए तो उनसे आधार कार्ड मांगा, यहीं पर साधू चुक गए. केवल आधार कार्ड ना होने की वजह से आरोपियों ने उन्हें बच्चा चोर कहकर पिटाई शुरू कर दी.

हरियाणा के रहने वाले हैं साधु

इसके बाद आरोपियों के साथ अन्य लोगों ने भी साधुओं के साथ मारपीट की. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों से साधुओं को मुक्त कराया. इसके बाद थाने ले जाकर उनसे पूछताछ हुई. इसमें पता चला कि तीन साधू हरियाणा के रहने वाले हैं. पुलिस ने उनके बताए पते का तत्काल सत्यापन कराया. इसमें उनकी पहचान सही पायी गई. इसके बाद पुलिस ने साधुओं के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस की पूछताछ में साधुओं ने बताया कि जब आरोपी उनके साथ मारपीट कर रहे थे, तब वह खुद को निर्दोष बता रहे थे.

शांति भंग की धाराओं में हुआ केस

उन्हें समझाने की कोशिश भी की, लेकिन आरोपी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे. आरोपियों ने उनके ऊपर बच्चा चोर का आरोप लगाया और लात घूंसे बरसाते रहे. उस समय तो पुलिस ने जरूरी पूछताछ के बाद साधुओं को जाने दिया, लेकिन मामला सोशल मीडिया में ट्रेंड करने लगा. देखते ही देखते इस घटना पर पुलिस मुख्यालय ने भी संज्ञान ले लिया. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने शनिवार को मुकदमा दर्ज कर लिया. अब पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में केस दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक तीनों साधु जगाधरी यमुनानगर के रहने वाले हैं.