यूपी में टूटेगा INDIA गठबंधन? सपा उम्मीदवारों की लिस्ट आते ही तिलमिलाई कांग्रेस

समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की सूची आने के बाद कांग्रेस नाराज हो गई है. कांग्रेस का कहना है कि हमसे बिना पूछे सपा ने उम्मीदवार उतार दिए हैं. दूसरी तरफ सपा का कहना है कि एक सीट पर कांग्रेस मानती है तो ठीक है, वरना पार्टी अकेले लडे़गी. दोनों के रूख को देखते हुए कहा जा रहा है कि क्या यूपी में इंडिया गठबंधन टूटेगा?

 

हरियाणा में कांग्रेस की हार के एक दिन बाद अखिलेश यादव ने यूपी में बड़ा दांव खेल दिया है. अखिलेश ने यूपी की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए 6 सीटों पर सपा उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. अब कहा जा रहा है कि सपा के इस फैसले से कांग्रेस नाराज हो गई है.

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने उम्मीदवारों के नाम घोषित करने से पहले उनसे बातचीत नहीं की. कांग्रेस सपा के साथ मिलकर यूपी में उपचुनाव लड़ना चाहती थी.

सपा से कांग्रेस क्यों है नाराज?

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक अखिलेश ने करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, सीसामऊ, फूलपुर और मझवां सीट पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. कांग्रेस इन 6 में से 2 सीटों पर लड़ना चाहती थी. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय खुद मझवां सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. राय हाल ही में मझवां सीट से प्रभारी भी घोषित हुए थे.

वहीं यूपी उपचुनाव में कांग्रेस की डिमांड 5 सीटों पर लड़ने की थी, लेकिन अब अखिलेश ने 6 सीटों पर नामों की घोषणा कर कांग्रेस के अरमानों पर पानी फेर दिया है.

कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में अखिलेश कुंदरकी और मीरापुर सीट पर भी प्रत्याशी घोषित करेंगे. सपा कांग्रेस के लिए सिर्फ गाजियाबाद सदर सीट छोड़ने के मूड में है.

अब यूपी में कांग्रेस क्या करेगी?

कांग्रेस की तरफ से अभी तक इसको लेकर कोई टिप्पणी नहीं की गई है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस वेट एंड वाच की स्थिति में है. 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सपा ने कांग्रेस को पहले कम सीटें देने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में अखिलेश 17 सीट देने को तैयार हो गए थे.

कांग्रेस अब बड़े स्तर पर इस विवाद को सुलझाने का प्रयास कर सकती है. यूपी में 2024 में इंडिया गठबंधन सबसे ज्यादा सफल रहा था.

अब सवाल- अखिलेश ने क्यों किया खेल?

एक सवाल यह भी है कि उपचुनाव में कांग्रेस को कन्फिडेंस में लिए बिना अखिलेश यादव ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा क्यों की है? कहा जा रहा है कि अखिलेश हरियाणा में सीट न मिलने और महाराष्ट्र में पेच फंसने की वजह से यह दांव खेला है.

अखिलेश की पार्टी महाराष्ट्र में कम से कम 12 सीटों पर लड़ना चाहती है. हाल ही में पार्टी की तरफ से कांग्रेस को इस बाबत सूची दी गई है. कांग्रेस ने अब तक इस पर सपा को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है. ऐसे में सपा भी अपना दांव खेल रही है.

किन सीटों पर नाम घोषित हुए?

सपा की तरफ से करहल से तेज प्रताप यादव, मिल्कीपुर से अजित प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा, सीसमाऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी और मझवां से ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया गया है.

सपा ने कुंदरकी, खैर, मीरापुर और गाजियाबाद सदर सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. सपा सूत्रों के मुताबिक अगर कांग्रेस एक सीट लेने को राजी नहीं होती है, तो सपा अकेले ही सभी सीटों पर मैदान में उतरेगी.