सुल्तानपुर में 1.35 करोड़ की डकैती, 2 एनकाउंटर, कौन था अनुज प्रताप सिंह जो उन्नाव में मारा गया?

उन्नाव एनकाउंटर में मारा गया बदमाश अनुज प्रताप सिंह बिपिन सिंह गैंग में डिप्टी थी. वह अक्सर बिपिन सिंह के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम देता था या फिर बिपिन के कहने पर वारदात करता था. इस बदमाश का एनकाउंटर सुल्तानपुर डकैती कांड में गिरफ्तारी के दौरान हुआ.

 
उत्तर प्रदेश

मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद बड़े फलक पर चर्चा में आए जौनपुर डकैती कांड के दूसरे आरोपी अनुज प्रताप सिंह को भी यूपी एसटीएफ ने मार गिराया है. अनुज का एनकाउंटर उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र के कुलुहागढ़ा में एसटीएफ ने सोमवार की अल सुबह करीब 4 बजे किया गया. मंगेश यादव के एनकाउंटर पर खूब सियासत भी हुई थी, लेकिन अनुज के एनकाउंटर के बाद मामले में लगातार उठ रहे सवालों के जवाब मिलते नजर आ रहे हैं. इस खबर में आगे बढ़ने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि आखिर यह अनुज प्रताप सिंह था कौन, जिसके एनकाउंटर को पुलिस बड़ी उपलब्धि बता रही है?

पुलिस के मुताबिक मूल रूप से अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के गांव जनापुर का रहने वाला अनुज प्रताप सिंह जौनपुर के कुख्यात बिपिन सिंह गिरोह में डिप्टी था. इस बदमाश ने गुजरात के सूरत में भी बिपिन सिंह के साथ मिलकर डकैती डाली थी. वहीं सुल्तानपुर डकैती कांड में भी यह बदमाश सबसे पहले ज्वैलरी शॉप में घुसा. वीडियो फुटेज से पुलिस ने इस बदमाश की पहचान की है. वारदात के बाद से ही फरार चल रहे इस बदमाश की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.पुलिस के मुताबिक इस वारदात का सरगना बिपिन था, हालांकि उसने पहले ही सरेंडर कर दिया था.

अब तक 11 बदमाशों की हो चुकी है अरेस्टिंग

वारदात में शामिल 8 बदमाशों को पुलिस ने दबिश के दौरान अरेस्ट किया. वहीं एक बदमाश को एनकाउंटर के दौरान गोली मारकर पकड़ा गया है. पुलिस का दावा है कि मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह को भी पुलिस ने अलग अलग हुए एनकांउटर में अरेस्ट करने की कोशिश की, लेकिन इन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. मजबूरी में पुलिस को भी जवाबी फायरिग करनी पड़ी. इसमें इन दोनों की ही मौत हो गई. अभी भी इस वारदात में शामिल 14 में से 3 बदमाशों फुरकान, अरबाज और अंकित यादव की गिरफ्तारी बाकी है. पुलिस के मुताबिक इन तीनों पर भी एक एक लाख रुपये का इनाम घोषित है. पुलिस ने इन बदमाशों की क्राइम कुंडली निकाली है. इसमें पता चला है कि अंकित यादव पर पांच, अरबाज पर तीन और फुरकान पर दो मुकदमे दर्ज हैं.

रायबरेली में बिपिन ने किया था सरेंडर

पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना बिपिन सिंह भी अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के गांव भवानीपुर का रहने वाला है. उसने वारदात के बाद ही रायबरेली की कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. उसके गैंग में विनय शुक्ला निवासी सहमेऊ मोहनगंज, अजय यादव निवासी लारपुर थाना सिंगरामऊ जौनपुर, विवेक सिंह निवासी भवानीनगर मोहनगंज, मंगेश यादव निवासी अगरौरा थाना बख्शा जौनपुर, अंकित यादव निवासी हरिपुरा थाना आसपुर देवसरा प्रतापगढ़, अरविंद यादव निवासी चमरा डीह थाना फूलपुर आजमगढ़, दुर्गेश प्रताप सिंह निवासी नया पुरवा फायर स्टेशन रायबरेली शामिल हैं.

28 अगस्त को हुई थी डकैती

पुलिस के मुताबिक सुल्तानपुर के चौक ठठेरी बाजार निवासी भरत जी सोनी के प्रतिष्ठान में 28 अगस्त को दिन दहाड़े 1.35 करोड़ की डकैती हुई थी. इस मामले में पुलिस ने घेराबंदी कर 2 सितंबर की रात तीन बदमाशों सचिन सिंह, त्रिभुवन और पुष्पेंद्र सिंह को अरेस्ट किया था. इन बदमाशों के पास से पुलिस ने डकैती की पंद्रह किलो चांदी और 38 हजार की नगदी बरामद की थी. इन्हीं बदमाशों से पूछताछ में वारदात में शामिल अन्य बदमाशों के नाम मिले और फिर 5 सितंबर को मंगेश यादव और अब अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर हुआ है.