‘मेरी बेटी ने नहीं की आत्महत्या, बॉयफ्रेंड ने उसे मारा, सहेली भी चिढ़ती थी उससे’, सृष्टि तुली केस में परिवार का खुलासा, बताई अंदर की बात
एयर इंडिया की महिला पायलट सृष्टि तुली केस की पुलिस अभी जांच कर रही है. सृष्टि के बॉयफ्रेंड पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है. सृष्टि यूपी के गोरखपुर की रहने वाली थी. सृष्टि से जुड़ी कई अहम जानकारियां जुटाने के लिए TV9 भारतवर्ष की टीम उसके घर पहुंची. चलिए जानते हैं परिवार वालों ने इस मामले पर क्या कहा और क्या अहम जानकारियां दीं...
यूपी के गोरखपुर की रहने वाली 25 वर्षीय सृष्टि तुली (Srishti Tuli Case) बीते 25 नवम्बर को मुंबई के मरोल इलाके में अपने के अंदर मृत पाई गई थीं. वह एयर इंडिया की पायलट थीं. परिवार ने सृष्टि के बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आदित्य (Aditya Pandit) को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. मामले में जांच चल रही है. इस बीच Tv9 भारतवर्ष की टीम सृष्टि के घर वालों से मिली. परिवार ने कई अहम जानकारियां सृष्टि को लेकर दीं.
गोरखपुर जनपद के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के रुस्तमपुर मोहल्ले में रहने वाली सृष्टि तुली के घर पर मातम छाया हुआ है. बड़े पापा (सृष्टि के ताया) ने अपने आंसू रोकते हुए भरे गले से बताया कि हम लोग अभी आंसू तो नहीं बहा रहे हैं, लेकिन दिल में बहुत ही कष्ट है. मेरी बेटी बहुत स्ट्रॉन्ग थी. वह कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकती. उसके बॉयफ्रेंड ने ही उसकी हत्या कर शव को पंखे से लटका दिया था. भला, डेढ़ मीटर की केबल से कोई पंखे के कुंडे से कैसे लटक सकता है. इस मामले में हमारे परिवार को न्याय चाहिए.
हालांकि, आरोपी युवक के खिलाफ मुंबई में केस दर्ज हो चुका है. परिवार के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी न्याय के लिए गुहार लगाने की बात कही है. रुस्तमपुर मोहल्ले में सृष्टि का पूरा परिवार रहता है. उसके बड़े पिता विवेक तुली ने बताया- सृष्टि अभी 27 दिन पहले गोरखपुर से गई थी और काफी खुश थी. उसने वादा किया था कि वह 26 नवंबर के पहले आ जाएगी, क्योंकि इस दिन मेरी मैरिज इन्वर्सरी है और अगले दिन 27 नवम्बर को उसके पिता विशाल तुली का जन्मदिन होता है. वह परिवार की हर खुशी में शामिल होने की कोशिश करती थी.
क्या बोले सृष्टि के ताऊ
ताऊ विवेक तुली ने कहा- हम लोगों को भी उसका इंतजार हर पर्व और त्योहार पर रहता था. वह गोरखपुर आने के लिए तैयारी कर रही थी. 25 नवंबर को जब उसकी फ्लाइट मुंबई में लैंड हुई तो उसने अपनी बड़ी मम्मी मोहिनी को मैसेज किया कि उसकी फ्लाइट लैंड हो चुकी है. उसके बाद फ्लैट पर पहुंचते ही उसने अपनी मम्मी श्वेता को वीडियो कॉल किया और काफी खुश दिख रही थी. यह घटना 25 नवंबर की रात 12:30 बजे की है. उसने अपनी मां को बताया कि वह गोरखपुर आने की तैयारी कर रही है. कल किसी भी समय गोरखपुर पहुंच जाएगी, लेकिन भोर में 4:30 बजे एक फोन ने हम लोगों को हिला कर रख दिया.
‘सृष्टि की तबीयत खराब’
विवेक आगे बोले- मेरी एक बेटी राशि गुरुग्राम में नौकरी करती है. उसके मोबाइल पर सृष्टि की बैचमेट उर्वी ने फोन किया और बताया कि सृष्टि की तबीयत काफी खराब है और अस्पताल में भर्ती है. राशि ने बताया कि मैं समझी की उसकी तबीयत कुछ हल्की-फुल्की खराब होगी, क्योंकि उसका इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर था. उसको अक्सर फीवर वगैरह हो जाता था. इस खबर के बाद मैं सोचने लगी कि मैं जाऊंगी और उसे ठीक करा कर वापस अपने पास लाऊंगी. क्योंकि वह मुझसे मात्र तीन साल ही छोटी थी. हम दोनों साथ-साथ ही स्कूल में पढ़े है, भले ही क्लास अलग-अलग रहा हो. स्कूल में कभी यदि कोई गलती से भी हम दोनों बहनों को कजिन कहता था तो सृष्टि उससे लड़ पड़ती थी.
दोनों बहनों में प्यार
राशि ने रुआंसे स्वर में कहा- किसी भी सगी बहन में इतना प्यार नहीं होगा जितना हम दोनों में है. हम दोनों एक दूसरे की छोटी-छोटी बातों को शेयर करते रहते थे. इसी बीच फिर उर्वी का फोन आया और उसने आदित्य पंडित से बात करवाई. आदित्य ने बिना किसी लाग लपेट के बताया कि सृष्टि मर चुकी है. यही सूचना देने के लिए हम लोगों ने फोन किया है. यह सुनते ही मेरे पांव तले की जमीन खिसक गई. मेरे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं और किसको क्या बताऊं? काफी देर तक सदमे में रही. उसके बाद मैं अपने पिता को गोरखपुर फोन करके घटना की जानकारी दी.
‘ठीक नहीं लगा था आदित्य’
बहन राशि ने बताया- मैं उसके बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित से तीन बार मिली थी, लेकिन वह मुझे ठीक नहीं लगा था. मैंने सृष्टि को थोड़ा सतर्क भी किया था, लेकिन होनी के आगे कोई कुछ भी नहीं कर सकता है. राशि ने बताया कि सृष्टि कभी आत्महत्या नहीं कर सकती है. वह बहुत स्ट्रॉन्ग थी. उसने उड़ान सीरियल को देखकर ही पायलट बनने का सपना देखा था. घर के लोगों ने जब उसे फाइटर पायलट बनने की अनुपात नहीं दी तो उसने कामर्शियल पायलट बनने के लिए जी तोड़ मेहनत किया. पंतनगर में ट्रेनिग के बाद जब वह दिल्ली में वर्ष 2020-21 में कामर्शियल पायलट के लिए तैयारी कर रही थी. इसी दौरान आदित्य पंडित (27 वर्ष) से उसकी मुलाकात हुई थी.
सृष्टि की बहन ने बताया- आदित्य कामर्शियल पायलट की परीक्षा नहीं पास कर सका, जबकि मेरी बहन सृष्टि ने पास कर लिया. उसकी वैचमेट उर्वी थी, लेकिन मेरी बहन सृष्टि का फ्लाइट की लैंडिंग व टेक आफ इतना शानदार था कि उसको बहुत ही जल्द इंटरनेशनल फ्लाइट मिल गई, जिसके चलते वह भी मेरी बहन से ईर्ष्या रखती थी. वह भी आदित्य के टच में भी थी. आदित्य सृष्टि को अपमानित करता था. वह उसे हर तरह से कंट्रोल में रखना चाहता थ. मेरी बहन मुझे यह सब बात बताती थी. साथ ही खुद ही यह भी कहती थी कि समय के साथ सब ठीक हो जाएगा, लेकिन उसकी सोच के अनुसार कुछ भी नहीं हुआ.
12 दिन तक किया ब्लॉक
राशि ने आगे बताया- आदित्य ने उसको व्हाट्सएप पर 12 दिन तक ब्लॉक कर दिया था. घटना के बाद जब मैं मुंबई पहुंची और सृष्टि के मोबाइल का पासवर्ड आदित्य से पूछा तो उसने नहीं बताया, लेकिन जब केस दर्ज होने पर मुंबई पुलिस ने उससे पूछा तो उसने पासवर्ड बता दिया. ऐसे में हम लोगों को सृष्टि की हत्या का पूरा संदेह आदित्य पंडित पर ही है.
दूसरी तरफ सृष्टि के बड़े पिता विवेक तुली ने बताया कि सृष्टि 2021 में कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग लेने के बाद 2023 में मुंबई में शिफ्ट हो गई थी, जबकि आदित्य पंडित इस परीक्षा को नहीं पास कर पाया था. वह अक्सर मुंबई सृष्टि से मिलने जाता था. उसका उत्पीड़न करता था. वह उसे अपना एटीएम समझता था. उसने 31 अक्टूबर को 15000 और 5 नवंबर को 50000 अपने व अपने परिजनों के खाते में सृष्टि से ट्रांसफर करवाया था. यह बैंक स्टेटमेंट में साफ दिख रहा है. उसके पहले भी वह अक्सर पैसे की डिमांड करता रहता था. पैसा ना मिलने पर उसे प्रताड़ित करता था, लेकिन शायद सृष्टि इस रिश्ते को चलाना चाहती थी. हम लोगों को यह बात उसकी बड़ी बहन राशि ने बताई थी.
आदित्य के बारे में नहीं पता था
विवेक बोले- हम लोगों को आदित्य के विषय में बहुत जानकारी नहीं थी. राशि ने मुझे सुबह साढ़े छह बजे के आसपास फोन करके बताया कि सृष्टि की मौत हो चुकी है. मैंने जब राशि से पूछा तुम तो गुरुग्राम में हो तुम्हें कैसे पता चला तो उसने बताया कि उसकी वैचमेट उर्वी का फोन आया था और उसके बॉयफ्रेंड ने इसकी पुष्टि भी की है. मैंने जब उर्वी के नंबर पर मिलाया तो 20 सेकेंड तक वह कुछ नहीं बोली और उसके बाद बोली कि- लीजिए इनसे बात कर लीजिए. जिस युवक से उसने बात कराई वह आदित्य था उसने बड़ी बेरुखी से बिना किसी पीड़ा के बता दिया कि सृष्टि मर चुकी है. मैंने पूछा तुम्हें कैसे जानकारी हुई और तुम वहां क्या कर रहे थे. उसने बताया कि मेरी दोस्त उर्वी ने मुझेवबताया था तो मैं सृष्टि के फ्लैट पर सुबह 4:30 बजे गया, लेकिन उसका फ्लैट बंद था तो मैं बाहर से ताला खोलने वाले को बुला करके उसका फ्लैट खुलवाया तो अंदर वह पंखे से लटकी हुई थी.
सीएम योगी ने किया था सम्मानित
ताया विवेक बोले- मेरे यह पूछने पर क्या तुमने पुलिस को बताया, आसपास के लोगों को बताया या फिर सोसायटी के गार्ड को बताया तो उसने इन सबसे इनकार किया. ऐसे में यह सवाल उठता है कि आदित्य सुबह 4:30 बजे वहां क्या कर रहा था. मेरी बेटी की उम्र मात्र 25 वर्ष ही थी. उसने दुनिया की खुशियों को अभी देखा भी नहीं था. उसके सपनों का उड़ान बाकी थी, लेकिन एक जल्लाद ने उसकी हत्या कर दी. हमें न्याय मिलना चाहिए. मेरी बेटी बहुत होनहार थी, जब वह कमर्शियल पायलट बनी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर और प्रदेश का मान बढ़ाने के नाते उसे सम्मानित भी किया था. हालांकि हमें मुंबई पुलिस पर भरोसा है.
फैमिली का आर्मी बैकग्राउंड
विवेक तुली ने बताया कि हम लोग देश के बंटवारे के समय पाकिस्तान से आकर पंजाब में बस गए थे. मेरे दादा हंसराज पंजाब पुलिस के अधिकारी थे और उस समय दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पंजाब पुलिस पर ही थी. मेरे पिता व सृष्टि के दादा मेजर नरेंद्र तुली सेना के अफसर थे. 1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध के समय वह शहीद हो गए थे. ऐसे में भारत सरकार ने हमारे परिवार को एक गैस एजेंसी दिया, जिसका नाम गोल्डन गैस एजेंसी रखा गया. गोरखपुर में उसका लाइसेंस मिला था तो मेरी मां उर्मिल तुली गोरखपुर में हम लोगों के साथ शिफ्ट हो गई और यहां हम लोगों का कारोबार काफी बढ़ गया. उत्तराखंड में गैस सिलेंडर बनाने की हमारी फैक्ट्री भी है.