90 हजार की कीमत के फोन, चार्जर से घोंटा गला, उसी के बैग में भरा शव… आरोपी ने बताया कैसे किया डिलीवरी बॉय का मर्डर?

लखनऊ में डिलीवरी बॉय भरत की हत्या के मामले में पुलिस ने अभी तक एक आरोपी आकाश शर्मा को गिरफ्तार किया है. आकाश मुख्य आरोपी गजानंद दुबे के साथ हत्या की इस वारदात में शामिल था और भरत के शव को इंदिरा नहर में फेंका था. वहीं अब गजानंद दुबे और डिलीवरी बॉय भरत की बातचीत का ऑडियो वायरल हो रहा है.

 
उत्तर प्रदेश

यूपी की राजधानी लखनऊ में डिलीवरी बॉय भरत की हत्या के मामले में दिन प्रतिदिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच हत्या से पहले का एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें डिलीवरी बॉय भरत मुख्य आरोपी गजानंद दुबे से बातचीत करता सुनाई दे रहा है. मोबाइल की डिलीवरी पहुंचाने से पहले भरत ने ऑर्डर किए गए नंबर पर फोन किया था. हिमांशु के नाम से मोबाइल ऑनलाइन ऑर्डर किया गया था. हिमांशु ने कॉल रिसीव कर गजानंद दुबे से डिलीवरी बॉय भरत की कॉन्फ्रेंस में लेकर बातचीत कराई थी.

बातचीत के दौरान मुख्य आरोपी गजानंद दुबे ने दिन में 12 बजे के बाद फोन की डिलीवरी करने के लिए अपने कमरे पर बुलाया था. जब भरत करीब एक लाख की कीमत के दो मोबाइल फोन की डिलीवरी देने पहुंचा तो गजानंद और उसके कमरे पर पहले से मौजूद आकाश ने मिलकर गला घोंटकर भरत की हत्या कर दी. हत्या के बाद फ्लिपकार्ट के बैग में ही डिलीवरी बॉय भरत का शव भरा. फिर उसे कार में रखकर माती इलाके से होकर गुजरने वाली इंदिरा नहर के पास ले गए और उसी में फेंक दिया.

इंदिरा नहर में फेंका था डिलीवरी बॉय का शव

बीते मंगलवार को लखनऊ पुलिस ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में कई अहम जानकारी दी थी. लखनऊ पुलिस ने बताया था कि हत्या के मामले में एक अभियुक्त आकाश शर्मा को गिरफ्तार किया गया है. आकाश इंदिरानगर स्तिथ तकरोही इलाके का रहने वाला है और पेशे से कारपेंटर है. 24 सितंबर को तकरोही इलाके में ही फ्लिपकार्ट के डिलेवरी बॉय भरत कुमार (30) की मोबाइल फोन डिलीवरी करने के दौरान हत्या कर दी गई थी और फिर उसके शव को हत्यारों ने फ्लिपकार्ट के ही बैग में भरकर तकरीबन 10 किलोमीटर दूर बाराबंकी स्तिथ माती इलाके से निकलने वाली इंदिरा नहर में फेंक दिया था.

90 हजार थी मोबाइल फोन की कीमत

डीसीपी शशांक सिंह के मुताबिक, हिमांशु नाम के शख्स के मोबाइल फोन से वीवो और गूगल पिक्सेल कंपनी के दो मोबाइल आर्डर किए गए थे, जिसकी कीमत 90 हजार थी. ये मोबाइल हिमांशु ने खुद नहीं, बल्कि उसके पड़ोसी गजानंद दुबे ने ऑर्डर किए थे और पेमेंट का मोड कैश ऑन डिलेवरी था. भरत कुमार की हत्या गजानंद दुबे ने आकाश शर्मा के साथ मिलकर घर में की थी. डीसीपी शशांक सिंह के मुताबिक, आकाश और गजानंद ने पहले तो भरत को गला दबाकर बेसुध कर दिया और फिर मोबाइल चार्जर के तार से उसके गले में फंसाकर गला घोंटकर मार डाला. यही नहीं उसके शव को उसी फ्लिपकार्ट के बैग में भरकर वैगनआर कार से ठिकाने लगाने के लिए तेज बहती इंदिरा नहर में फेंक दिया.

अभी तक नहीं मिल पाया डिलीवरी बॉय भरत का शव

डीसीपी शशांक सिंह के मुताबिक, पुलिस ने डिलीवरी बॉय भरत कुमार को तलाशने के लिए SDRF की मदद मांगी थी और दो दिनों से SDRF बाराबंकी से लेकर लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में इंदिरा नगर में भरत के शव को तलाशने में जुटी है, लेकिन अभी तक भरत की डेडबॉडी पुलिस को नहीं मिल पाई है. वहीं पुलिस ने आकाश शर्मा को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए अकाश की निशानदेही पर फ्लिपकार्ट के डिलीवरी करने वाले सामान को बरामद कर लिया है. पुलिस अब गजानंद दुबे की तलाश में जुटी है, जो इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है और वारदात के बाद से ही फरार है. वहीं जिस हिमांशू के नाम से दोनों फोन ऑर्डर किए गए थे, वो भी फरार है.