आतिशी ने हद कर दी… CM ऑफिस में केजरीवाल की कुर्सी रखने पर कांग्रेस हमलावर
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आतिशी के मुख्यमंत्री कार्यालय में अरविंद केजरीवाल की सीएम कुर्सी रखने पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, आतिशी ने हद कर दी. उन्होंने खुद को डमी सीएम के रूप में पेश किया. आज इस हरकत से साबित हो गया कि लोगों को दिल्ली की सीएम से कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए.
दिल्ली की सीएम आतिशी के मुख्यमंत्री कुर्सी के साइड में केजरीवाल की कुर्सी रखने पर विवाद हो गया है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी मुख्यमंत्री कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कुर्सी लगाने पर आपत्ति जाहिर की है.
दिल्ली की सीएम आतिशी सोमवार को पहली बार मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंची जहां वो सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठीं. सीएम आतिशी सफेद रंग की कुर्सी पर बैठीं और उनके साइड में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की लाल रंग की कुर्सी रखी हुई थी. इस बात को लेकर अब कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी आपत्ति जाहिर की है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आतिशी के बयान की आलोचना करते हुए कहा, भ्रष्टाचार के मामले में जेल में रह कर आए व्यक्ति की तुलना भगवान राम से करना घोर आपत्तिजनक है.
“आतिशी ने हद कर दी”
देवेंद्र यादव ने कहा, आतिशी ने हद कर दी, जो उम्मीदें दिल्ली के लोगों को इस सरकार से थी वो आज पूरी तरह से कहीं न कहीं धूमिल होती नजर आ रही है. उन्होंने आगे कहा, आतिशी ने आज खुद अपने आप को डमी सीएम के रूप में पेश किया है. आज इस हरकत से साबित हो गया कि लोगों को दिल्ली की सीएम से कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए.
“केजरीवाल की कुर्सी यहीं रहेगी”
दिल्ली की सीएम आतिशी ने इस मौके पर कहा, अरविंद केजरीवाल ने ईमानदारी का एक उदाहरण सब के सामने रखा है. हम अपने भरोसे के साथ फिर से अरविंद केजीरवाल जी को सीएम की इस कुर्सी पर बैठाएंगे और तब तक यह कुर्सी इसी कमरे में रहेगी. सीएम आतिशी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, बीजेपी पिछले 2 साल से सीएम की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है.
अरविंद केजरीवाल 13 सितंबर को जेल से बाहर आए, जिसके बाद केजरीवाल ने 15 सितंबर को इस्तीफा देने का ऐलान किया और उन्होंने 17 सितंबर को इस्तीफा एलजी को सौंपा. केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद जनता की अदालत में 22 सितंबर को कहा, कोर्ट के ट्रायल तो सालों चलेंगे, इसीलिए मैं जनता की अदालत के बीच आया हूं. जनता मुझे एक बार फिर ईमानदार मान कर वोट देगी तो मैं तभी सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा.