नोएडा में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन, एक्सप्रेसवे पर लगा लंबा जाम, रेंगती रही गाड़ियां नोएडा में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन, एक्सप्रेसवे पर लगा लंबा जाम, रेंगती रही गाड़ियां

नोएडा एक्सप्रेसवे पर लंबा जाम लग गया. सैकड़ों वाहन जाम में घंटों फंसे रहे. ट्रैफिक पुलिस जाम की समस्या को दूर करने में हलकान रही. ग्रेटर नोएडा से दिल्ली जाने वाले रूट पर गाड़ियां रेंग-रेंग कर चलती दिखीं.

 
उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के सफाई कर्मचारी आज सुबह से मायावती पार्क (Mayawati Park) में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में प्रेरणा स्थल के सामने जुटे, जिस वजह से लंबा जाम लगा दिया. इस वजह से शहर में यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई. सफाई कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन की वजह से नोएडा के प्रमुख मार्गों पर लंबा जाम लगा हुआ है.

नोएडा एक्सप्रेसवे पर 6 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया. सैकड़ों वाहन जाम में घंटों फंसे रहे. ट्रैफिक पुलिस जाम की समस्या को दूर करने में हलकान रही. ग्रेटर नोएडा से दिल्ली जाने वाले रूट पर गाड़ियां रेंग-रेंग कर चलती रहीं. कालिंदी कुंज से नोएडा आने वाले रूट पर भी जाम देखने को मिला. डीएनडी, सेक्टर 18 और चिल्ला बॉर्डर जाने वाली गाड़ियां जाम में फंसी रहीं.

नोएडा प्राधिकरण के सफाई कर्मचारी नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में ठेकेदारी प्रथा समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि उन्हें स्थायी किया जाए. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे. हालांकि, कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए प्राधिकरण के अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई गई है.

सफाई कर्मचारी यूनियन की क्या है मांग?

सफाई कर्मचारी यूनियन के मुताबिक, सफाईकर्मी शहर की सेवा में मुस्तैदी से तैनात रहते हैं, लेकिन अब भी उन्हें अपना अधिकार नहीं मिला है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में ठेकेदारी प्रथा के तहत सफाई कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है, जिसे समाप्त करना चाहिए. ठेकेदारों के अधीन में काम करने वाले कर्मचारियों को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ती है. ऐसा नहीं है कि प्राधीकरण के अधिकारी इस बारे में अवगत नहीं हैं, लेकिन वे चुप बैठे हैं. सफाई कर्मचारी यूनियन का कहना है कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो सफाई कर्मचारी प्राधिकरण के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे.