मई और जून में कब-कब है बुढ़वा मंगल? जानें मंगल और शनि की शांति के उपाय!
मंगलवार के दिन बजरंगबली हनुमान को समर्पित माना जाता है. वहीं जेष्ठ माह आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल और बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है, तो आइए मई और जून माह में कब-कब बड़ा मंगल है और इस दौरान किन उपायों को करने से मंगल और शनि दोष से मुक्ति मिल सकती है.

सनातन धर्म में बड़ा मंगल को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इसे बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है. पंचांग के अनुसार, इसकी शुरु जेष्ठ माह के पहले मंगलवार से होती है. इस महीने में बजरंगबली की पूजा बहुत ही फलदायी मानी जाती है. मान्यता है कि बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों के सारे दुख-तकलीफ मिट जाते हैं. इसके साथ ही जातक की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. इसके अलावा बड़ा मंगल के दिन भंडारा करने का भी विधान है.
मई जून में कब-कब पड़ेगा बड़ा मंगल|Bada Mangal 2025 dates
- पहला बड़ा मंगल- 13 मई 2025
- दूसरा बड़ा मंगल- 20 मई 2025
- तीसरा बड़ा मंगल- 27 मई 2025
- चौथा बड़ा मंगल- 2 जून 2025
- पांचवां बड़ा मंगल- 10 जून 2025
बड़ा मंगल शनि दोष से मुक्ति के उपाय|Bada Mangal remedies for peace of Saturn
पौराणिक कथा के अनुसार, हनुमान जी ने शनि देव की रावण से रक्षा की थी, जिसके बाद शनिदेव ने हनुमान जी को वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति महाबली हनुमान की शरण में होगा, वह उसे कभी परेशान नहीं करेंगे. यदि आप पर शनि की ढैय्या, महा दशा या साढ़े साती चल रही है तो जेष्ठ माह में हनुमान जी का पूजा करने करने के साथ हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करने और चोला चढ़ाने से शनि दोष से मुक्ति मिल सकती है.
मंगल दोष से मुक्ति के उपाय|Bada Mangal remedies for peace of Mars
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष या मंगल ग्रह नीच या शुत्र क्षेत्र में विराजमान होता है, तो व्यक्ति के साथ दुर्घटना होना जैसे चोट लगना या शत्रु पक्ष हावी रहता है. साथ ही व्यक्ति पराक्रम नहीं दिखा पाता है. ऐसी स्थिति में आपको हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए. बड़ा मंगल को मंदिर में जाकर हनुमान जी को चोला चढ़ाएं और घी का दीपक लगाएं. उसके बाद हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण का पाठ करने से भी मंगल ग्रह के कारण मिलने वाली पीड़ा कम होती है.