ताश के पत्तों की तरह ढह गया शेयर बाजार, फिर भी अडानी पर हुई पैसों की बौछार
जून महीने के पहले दिन जब शेयर मार्केट खुले तो निवेशकों की उम्मीद ताश के पत्तों की तरह ढह गई. प्री-ओपन सेशन से ही सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट का रुख देखा गया और बाजार खुलने पर तो बीएसई सेंसेक्स की गिरावट चंद मिनटों में ही 750 अंक के पार चली गई.

ताश के पत्तों का महल जैसे ढह जाता है, ठीक वैसा ही आज शेयर बाजार का हाल रहा. जून महीने के पहले दिन जब स्टॉक मार्केट ओपन हुए तो निवेशकों को बाजार के स्टेबल रहने की उम्मीद थी, क्योंकि इस हफ्ते आरबीआई की मौद्रिक नीति जैसा बड़ा फैसला आना है, लेकिन बाजार में गिरावट का रुख रहा. बीएसई सेंसेक्स मार्केट ओपन होने के 4 मिनट बाद ही 650 अंक से ज्यादा गिर गया और 6 मिनट बाद ये गिरावट 750 अंक को क्रॉस कर गई.
उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स की 2 जून को शुरुआत खराब रही. सेंसेक्स 200 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 81,214.42 अंक पर खुला, जबकि खबर लिखे जाने तक इसने 750 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 80,654.26 अंक तक का निचला स्तर छू लिया. शुक्रवार को सेंसेक्स 81,451.01 पॉइंट पर बंद हुआ था.
कुछ ऐसे ही हालात एनएसई निफ्टी 50 के रहे. बाजार की शुरुआत के साथ ही लगभग 80 अंक की गिरावट इसमें देखी गई. निफ्टी 50 आज 24,669.70 अंक पर खुला. जबकि शुक्रवार को ये 24,750.70 अंक पर बंद हुआ था. वहीं मार्केट के शुरुआत 15 मिनट के भीतर इसने 200 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 24,526.15 अंक के निचले स्तर तक पहुंच गया.
अडानी पर हुई पैसों की बौछार
मार्केट में इस गिरावट के रूख के बीच भी उद्योगपति गौतम अडानी पर पैसों की बारिश हुई. बीएसई सेंसेक्स में शामिल अडानी पोर्ट एंड सेज टॉप गेनर रही. शुरुआती ट्रेड में कंपनी का शेयर एक प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर 1,449.45 अंक पर पहुंच गया. एनएसई निफ्टी पर कंपनी अडानी पोर्ट का शेयर प्राइस 1.34 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 1,452 रुपये पर पहुंच गया.
बाजार में सबसे ज्यादा उठापटक बैंकिंग शेयर्स में देखी गई, जबकि ऑटो कंपनी के शेयर खासकर 2-व्हीलर कंपनियों के स्टॉक्स टॉप लूजर्स की लिस्ट में शामिल रहे. स्टॉक मार्केट में ओवरऑल उठापटक का दौर रहा और इस वजह से ज्यादातर कंपनियों के शेयर रेड जोन में रहे.
क्यों ढह गए शेयर बाजार?
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को भी गिरावट के रुख के साथ बंद हुए थे. उम्मीद थी कि सोमवार को बाजार में ताजगी देखने को मिलेगी. संभवतया आरबीआई के मोनेटरी पॉलिसी के फैसले के इंतजार में निवेशकों का रुख आशंकित रहा है, जिसके चलते बाजार में गिरावट का रुख देखने को मिला है. इतना ही नहीं बीते सप्ताह आए जीडीपी के आंकड़ों ने भी निवेशकों की धारणा को कमजोर किया है.
इस बीच एशियाई बाजारों का रुख भी नरम है. जापान के Nikkei 225 इंडेक्स में सुबह के वक्त 0.89 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, तो Topix इंडेक्स भी 0.65 प्रतिशत गिरा हुआ रहा. इसके अलावा दक्षिण कोरिया के Kospi इंडेक्स में जहां 0.16 प्रतिशत की नरमी रही. वहीं छोटे शेयरों के Kosdaq इंडेक्स में कारोबार फ्लैट रहा.
आरबीआई की मोनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक 4 से 6 जून तक चलने वाली है. 6 जून को आरबीआई अपने निर्णय की जानकारी देगा. इस बार आरबीआई के लगातार तीसरी बार रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती करने की उम्मीद है.