कुरुक्षेत्र से अभय चौटाला, हिसार से सुनैना, अंबाला से गुरप्रीत सिंह, INLD ने हरियाणा में 3 उम्मीदवार उतारे

हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में तीन सीटों पर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. हिसार से सुनैना चौटाला, कुरुक्षेत्र से अभय सिंह चौटाला और अंबाला से सरदार गुरप्रीत सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है.

 
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पूरे देश में सात चरणों में चुनाव आयोग ने मतदान कराने का ऐलान किया है. हरियाणा में 25 मई को 10 लोकसभा सीटों पर छठे चरण मतदान होगा. हरियाणा की तीन लोकसभा सीटों के लिए इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने हिसार से सुनैना चौटाला, कुरुक्षेत्र से अभय सिंह चौटाला और अंबाला से सरदार गुरप्रीत सिंह को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है. गुरुवार को प्रेस बयान जारी कर इनेलो ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. 22 अप्रैल को बाकी सात सीटों पर पार्टी की ओर से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जाएगा.

बता दें कि शुक्रवार को देश की 543 लोकसभा सीटों में से 102 सीटों पर मतदान होगा. मतदान को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गये हैं और चुनाव आयोग ने पूरी तैयार कर ली है.

नवीन जिंदल-सुशील गुप्ता से होगा अभय सिंह चौटाला का मुकाबला

इनेलो ने अभय सिंह चौटाला को कुरूक्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. उनके खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार नवीन जिंदल और आम पार्टी के सुशील गुप्ता उम्मीदवार है. अभय सिंह चौटाला चुनाव मैदान में उतरने के साथ ही बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया और किसानों से जुड़े मसले को मुद्दा बना रहे हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा के नायब सिंह सैनी ने जीत हासिल की थी.

उन्हें 686,588 वोट के साथ 55.98 फीसदी मत मिले थे, जबकि कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,03,722 वोट के साथ 24.71 फीसदी मत मिले थे. बसपा के शशि को 75,533 को वोट के साथ 6.15 फीसदी मत मिले थे. जेजेपी के जयभगवान शर्मा को 68,437 को वोट के साथ 5.57 फीसदी मत मिले थे. इनेलो के अर्जुन चौटाला को 60,574 वोट के साथ 4.93 फीसदी मत मिले थे.

अंबाला से सरदार गुरप्रीत को इनेलो ने बनाया उम्मीदवार

इनेलो ने अंबाला लोकसभा सीट से सरदार गुरप्रीत सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया. सरदार गुरप्रीत सिंह पेशे से वकील हैं और उनका संबंध मजहबी सिख वाल्मिकी समुदाय से है. अंबाला लोकसभा सीट पर सिख समुदाय का बाहुल्य है. ऐसा पहली बार हुआ है, जबकि इनेलो ने इस सीट से किसी सिख समुदाय के व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है. सरदार गुरप्रीत सिंह ने इनेलो पार्टी का आभार जताते हुए कहा कि अंबाला लोकसभा क्षेत्र से सभी पार्टियों ने सिख समुदाय की अनदेखी की है. पहली बार इनेलो ने सिख समुदाय का महत्व दिया है.