हरियाणा में डोंकी रूट के एजेंटों ने बदले ठिकाने और कार्यालयों के नाम, पुलिस की पकड़ से बचने की कोशिश
युवाओं को गुमराह कर विदेश भेजनेे का लालच देकर अच्छा खासा रुपया कमा ठगी करने वाले ट्रेवल एजेंटों या कबूतरबाजों पर कुरुक्षेत्र पुलिस पूरी सख्ती से पेश आ रही है। इस संबंध में कुरुक्षेत्र पुलिस पी.आर.ओ.

कुरुक्षेत्र: युवाओं को गुमराह कर विदेश भेजनेे का लालच देकर अच्छा खासा रुपया कमा ठगी करने वाले ट्रेवल एजेंटों या कबूतरबाजों पर कुरुक्षेत्र पुलिस पूरी सख्ती से पेश आ रही है। इस संबंध में कुरुक्षेत्र पुलिस पी.आर.ओ. नरेश कुमार से बात की गई तो उन्होंंने बताया कि कुरुक्षेत्र जिले में इस वर्ष के जनवरी महीने की शुरूआत से आज तक विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने के कुल 59 मामले दर्ज हुए हैं इन्हीं मामलों में तीन मामले अमेरिका से वापिस लौटे युवाओं द्वारा दर्ज करवाए गए हैं।
हालांकि पूर्व में दर्ज और अब दर्ज मामलों में अब तक कुल 65 गिरफ्तारियां भी हुई है। इस मामले में आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अमेरिका से कुरुक्षेत्र जिले के कुल 22 लोग डिपोर्ट किए गए थे जिनमें 2 कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र थाना क्षेत्र के हैं व एक शाहबाद थाना क्षेत्र का है। अमेरिका से वापिस लौटे 22 युवाओं में से 3 युवाओं की शिकायत पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए कुल तीन मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि अन्य 19 युवाओं ने किस कारण से अपनी शिकायत नही दी इस बारे कुछ कहा नही जा सकता।
न जाने क्या-क्या दाव पर लगाकर अमेरिका पहुंचे थे ये युवा-युवाओं में रोजगार के प्रति विदेशों की तरफ रुख करने का प्रचलन पिछले कुछ समय में बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ा है और विदेश जाकर डालर कमाने की चाह रखने वाले युवाओं के साथ कई बार इस कदर ठगी भी हुई कि वे अपना सब-कुछ गवां बैठे और अपनी मौजूदा आर्थिक स्थिति से भी निचले पायदान पर जा पहुंचे। युवाओं के माता-पिता ने न जाने उनके उज्जवल भविष्य के लिए क्या-क्या दाव पर रखा होगा।
किसी ने अपनी थोड़ी बहुत हिस्से आती जमीन-जायदाद, प्लाट, मकान, सोना, चांदी बेचा तो किसी ने मित्रों रिश्तेदारों से भारी भरकम पैसा उधार लिया वहीं कोई बैंकों में अपनी लिमिट का पैसा इस्तेमाल कर कंगाली के कगार पर जा पहुंचे। ये युवा अमेरिका तक न जाने कितनी मुसीबतों को पार कर पहुंचे थे पर किस्मत और हालात ने इन्हें पुन: भारत में ही वापस भेज दिया। अमेरिका मेंं जाकर डालर कमाने का इन युवाओं का सपना महज सपना बनकर ही रह गया।
ये युवा तो अपना सब-कुछ बर्बाद कर बैठे पर इस बीच कुछ बिचोलिए अपने आप को बड़ा इमिग्रेशन एजेंट बताकर अच्छी खासी रकम कमा गए। इन फर्जी ट्रेवल एजेंंटों ने युवाओंंं की भावनाओं से खेलकर उन्हें विदेश के बड़े सपने दिखाकर उम्र भर का एक ऐसा दंश दिया है जो भुलाए नही भूलेगा। ठगी का शिकार हुए अमेरिका से वापस लौटे युवा अपनी किस्मत को रौने के अलावा और कर भी क्या सकते हैं भले ही कुछ ने इस मामले में आवाज उठाई तो कुछ ने लोकलाज के चलते चुप्पी साध ली।