गर्मी के बढ़ते पारे के बीच मंडी व्यापारियों का पारा भी हुआ हाई, गेहूं की लिफ्टिंग न होने पर फूटा गुस्सा

गर्मी के बढ़ते पारे के बीच अनाज मंडी के व्यापारियों का पारा भी बढ़ने लगा है। कारण मंडी में गेहूं की लिफ्टिंग न होना और 100 करोड़ से अधिक भुगतान का रूका होना। शासन और प्रशासन के दरवाजे खट खटाने के बाद भी जब मसला हल नहीं हुआ तो आज मंडी के व्यापारियों...
 
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गर्मी के बढ़ते पारे के बीच अनाज मंडी के व्यापारियों का पारा भी बढ़ने लगा है। कारण मंडी में गेहूं की लिफ्टिंग न होना और 100 करोड़ से अधिक भुगतान का रूका होना। शासन और प्रशासन के दरवाजे खट खटाने के बाद भी जब मसला हल नहीं हुआ तो आज मंडी के व्यापारियों ने मंडी में काम काज ठपकर मंडी के गेट बंद कर दिए और धरने पर बैठ गए। 

मंडी व्यापारियों और मजदूरों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी समस्या का हल नहीं हुआ तो वह रोड़ पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेंगे। मंडी के बाहर धरने पर बैठे व्यापारियों ने कहा कि गेहूं की खरीद जब से शुरु हुई, तभी से ही स्लो लिफ्टिंग के कारण व्यापारी परेशान हो रहे हैं। आज भी मंडी के अंदर 6 लाख से अधिक बैग पड़े हुए हैं, मगर कोई भी एजेंसी इन्हें नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि गोदामों में बैग रखने की जगह नहीं है, अनलोडिंग के लिए लेबर नहीं है। हालत यह हो गए है कि न तो लिफ्टिंग हो रही है और न ही भुगतान हो रहा है। व्यापारियों ने कहा कि फतेहाबाद मंडी का करीब 100 करोड़ से अधिक का भुगतान अटका पड़ा है। धरने पर बैठे व्यापारियों और मजदूरों ने साफ किया है कि अगर समस्या का हल नहीं हुआ तो उनका धरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।