भूपेंद्र हुड्डा चुनाव की तारीख पर अड़े...बताया कब आएगी टिकट की सूची, कंगना को भी दिया करारा जवाब

हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख में तब्दीली को लेकर सियासत में गर्माती नजर आ रही है, जहां भाजपा और इनेलो छुट्टियों का हवाला देकर वोटिंग का दिन पोस्टपॉन्ड कराना चाहती हैं। वहीं कांग्रेस चाहती है कि नियत समय पर ही चुनाव हों...
 
Haryana Voting Date

दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख में तब्दीली को लेकर सियासत में गर्माती नजर आ रही है, जहां भाजपा और इनेलो छुट्टियों का हवाला देकर वोटिंग का दिन पोस्टपॉन्ड कराना चाहती हैं। वहीं कांग्रेस चाहती है कि नियत समय पर ही चुनाव हों। अब इस मसले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने का बयान आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को चुनाव घोषणा के 9 दिन बाद छुट्टियां नजर आ रही हैं। चुनाव पोस्टपॉन्ड की जगह प्रीपॉन्ड करवा लें, हम सहमत हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही हार चुकी है। चुनाव आयोग ने सोच समझ कर चुनाव डेट निर्धारित की होगी।  

भाजपा और इनेलो की अर्जी पर चुनाव आयोग शैद्धांतिक रूप से सहमत है। इससे चुनाव की तारीख में तब्दीली संभव लग रही है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस मसले पर कल बैठक बुलाई है। इस बैठक में चुनाव की डेट पर फैसला लिया जाएगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि 7 या 8 अक्टूबर को हरियाणा में मतदान की तारीख बदल की जा सकती है। वहीं रिजल्ट 9 या फिर 10 अक्टूबर को आएंगे।

वहीं कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने पर हुड्डा ने कहा कि सूची को लेकर मीटिंग शुरू की गई है। सितंबर के पहले सप्ताह में उम्मीदवारों की पहली सूची आने की उम्मीद है। गौरतलब है कि कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 26 अगस्त से 30 अगस्त तक होनी थी, लेकिन अब बैठक 27 अगस्त से शुरू होगी। 

इस दौरान कंगना रनौत द्वारा किसानों दिए गए बयान पर हुड्डा ने कहा कि हरियाणा और देश के किसान देश का पेट पाल रहे हैं। ऐसे में यह टिप्पणियां शोभनीय नहीं है। बता दें कि हाल ही में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कंगना रनौत ने कहा कि सभी ने देखा कि किसान आंदोलन के दौरान क्या हुआ। प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई। वहां रेप हो रहे थे, लोगों को मारकर लटकाया जा रहा था। बांग्लादेश में जो हुआ, वह आसानी से यहां भी हो सकता था... यह विदेशी ताकतों की साजिश है और ये फिल्मी लोग इसी में कामयाब होते हैं। अगर देश बर्बाद हो जाए तो उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है।" 

केंद्र सरकार की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले को सही ठहराते हुए कंगना ने कहा कि जब बिल को वापस लिया गया तो सभी उपद्रवी चौंक गए, क्योंकि उनकी प्लानिंग तो बहुत लंबी थी।

इसके साथ ही एचआरकेएन के लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। सीटें मेरिट के हिसाब से मिलेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा जा रही है और कांग्रेस आ रही है। वहीं ओपीएस के सवाल पर हुड्डा बोले कि हम पहले ही ओपीएस का वादा जनता से कर चुके हैं।