BJP MLA लीलाराम ने फिर मंत्री के समक्ष रोया दुखड़ा, बोले- पंचायत विभाग के अधिकारी नहीं करते उनकी बातों पर अमल

जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में फरियादियों के साथ भाजपा विधायक लीलाराम ने भी अपनी एक शिकायत बैठक की अध्यक्षता कर रहे स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता के समक्ष रखी।
 
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कैथल: जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में फरियादियों के साथ भाजपा विधायक लीलाराम ने भी अपनी एक शिकायत बैठक की अध्यक्षता कर रहे स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता के समक्ष रखी। लीलाराम ने पंचायत विभाग के एक्सईएन, एस.डी.ओ और जे.ई पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये अधिकारी उनकी बातों पर अमल नहीं कर रहे। उनके द्वारा अधिकारियों को कई बार प्यार और भाईचारे में भी बोला है, लेकिन अधिकारियों पर उसका कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को लेकर लोकसभा चुनाव से पहले के टेंडर और एस्टीमेट आज भी अधूरे पड़े हैं। जिनको पूरा करने के लिए उन्होंने कई बार अधिकारियों को प्यार से कहा है, लेकिन उनको कोई समझ नहीं आई।

विधायक ने मंत्री से कहा कि आप कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष हो और यह मेरी आपके समक्ष शिकायत है कि आप इन अधिकारियों को अपने तरीके से समझाएं। वह नहीं चाहते कि किसी अधिकारी को आप सस्पेंड करें या उनके ऊपर पर कोई पेनल्टी लगाए। क्योंकि वह भी हमारे ही अधिकारी हैं। इसलिए आप मंत्री होने के नाते से उनको कार्य करने के दिशा निर्देश दें। उन्होंने लास्ट में कहा कि जिले के सभी अधिकारी उन्हें अच्छी तरह से कॉर्पोरेट करते हैं। विधायक की इस शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य मंत्री ने पंचायत विभाग के किसी भी अधिकारी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की, जबकि एक्सईएन नारायण दत्त व अन्य अधिकारी बैठक में मौजूद थे। 

गौरतलब है कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब कैथल विधायक लीलाराम ने अधिकारियों पर उनकी बात न मानने के आरोप लगाए हों। वह इससे पहले भी कई बार मीडिया के सामने आकर अधिकारियों द्वारा उनकी बात न  मानने की बात कह चुके हैं। वहीं इस बारे में जब पंचायती विभाग के एक्सईएन नारायण दत्त से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आचार संहिता के कारण विकास कार्यों में कुछ देरी हुई है। अब कई कार्यों के टेंडर लग चुके हैं। विधायक की तरफ से जो भी निर्देश आते हैं उनकी पालना की जाती है।