"मामले को दबाए नहीं प्रशासन के सामने लाएं..." पुलिस अधीक्षक की अभिभावकों और टीचरों से अपील

यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने अभिभावकों और अध्यापकों से अपील की है कि वो ऐसे मामलों में तुरंत संज्ञान लेकर पुलिस प्रशासन, चाइल्ड वेलफेयर टीम को सूचित करें।
 
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 यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने अभिभावकों और अध्यापकों से अपील की है कि वो ऐसे मामलों में तुरंत संज्ञान लेकर पुलिस प्रशासन, चाइल्ड वेलफेयर टीम को सूचित करें। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन की एक टीम लगातार स्कूलों में जाकर छात्राओं को सेक्सुअल हैरेसमेंट के बारे में एवं कानून के बारे में समय-समय पर जागरूक करती रहती है। लेकिन अभिभावकों और टीचरों का कर्तव्य बनता है कि ऐसे मामलों में सामाजिक दबाव में न आ कर मामले को पुलिस प्रशासन के सामने लाएं,ताकि आरोपियों की गिरफ्तारी हो सके।

बता दें कि यमुनानगर जिले में पिछले कुछ समय में नाबालिग से रेप और छेड़छाड़ की चार घटनाएं सामने आई है। ऐसे मामलों में हालांकि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके तीन मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि चौथे मामले में आरोपियों की तलाश की जा रही है। ऐसे एक मामले में 14 वर्षीय एक युवती ने अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। इसी तरह तीन अन्य मामलों में 12 से 15 वर्ष के बीच की युवतियां गर्भवती हो गई। तीनों मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

पुलिस हिरासत में आई इस महिला पर आरोप है कि इसने एक नाबालिग युवती को देह व्यापार के धंधे में धकेला, जब उससे बलात्कार किया गया तो वो गर्भवती हो गई। न्यायालय के आदेश पर उसका गर्भपात करवाया गया। पुलिस जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि जहां महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं बलात्कार करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं।