Haryana BJP के नेता धनखड़ के अनुभव और चुनावी मार्ग दर्शन में BJP दिल्ली की सभी सीटों पर कब्जा

भारतीय जनता पार्टी भले ही हरियाणा में पूर्व की तरह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, लेकिन हरियाणा बीजेपी के नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के अनुभव और चुनावी मार्ग दर्शन में बीजेपी दिल्ली की सभी सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब हो पाई
 
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भारतीय जनता पार्टी भले ही हरियाणा में पूर्व की तरह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, लेकिन हरियाणा बीजेपी के नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के अनुभव और चुनावी मार्ग दर्शन में बीजेपी दिल्ली की सभी सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब हो पाई। ओपी धनखड़ के कुशल नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की सभी 7 सीटों पर जीतने में कामयाब हो पाई है। दिल्ली बीजेपी के प्रभारी होने के नाते लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही ओपी धनखड़ लगातार वहां डेरे जमाए रहे।

दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों के लिए दिन-रात की परवाह किए बिना धनखड़ ने ना केवल लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों का मार्ग दर्शन किया, बल्कि बूथ स्तर तक के कार्य़कर्ताओं में बेहतर तालमेल और सामंजस्य स्थापित करवाकर पार्टी को मजबूती देने का काम भी किया। दिल्ली में विपक्ष की सरकार होने के साथ इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को टक्कर देना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन ओपी धनखड़ की ओर से कार्यकर्ताओं को एकजुट करने से उनमें नए जोश का संचार हुआ, नतीजन सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर मतदाताओं को बीजेपी के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित किया।

पन्ना प्रमुख और बूथ स्तर के कार्य़कर्ताओं ने ओपी धनखड़ के मार्ग दर्शन में कार्य करते हुए एक-एक वोट पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में डलवाने की पूरी कोशिश की, जिसका परिणाम चुनावी परिणाम के रूप में सबके सामने है। हालांकि शुरूआती दौर में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी रेस में आगे रहे, लेकिन जैसे-जैसे मतगणना का कार्य बढ़ता रहा, वैसे-वैसे बीजेपी प्रत्याशी अपनी बढ़त बनाते चले गए। दिल्ली की सभी सातों सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत के बाद जहां नेता एक-दूसरे को बधाई देते दिखाई दिए। वहीं, हर कोई इसके लिए ओपी धनखड़ का आभार जता रहा था, क्योंकि पूरे देश की नजरें राजधानी दिल्ली के चुनावी परिणाम पर लगी हुई थी।

बता दें कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसदों में से सिर्फ एक मनोज तिवारी पर ही पार्टी ने विश्वास जताया था, जबकि शेष 6 सीटों पर उम्मीदवारों को बदला गया था। इनमें चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल, ईस्ट दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा, नई दिल्ली से बांसुरी स्वराज, नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली से योगेंद्र चंदौलिया, वेस्ट दिल्ली से कमलजीत शेहरावत और साउथ दिल्ली से रामवीर सिंह बिदुड़ी को अपना प्रत्याशी बनाया था।