HMPV को लेकर Alert Mode में हरियाणा सरकार, जारी की गई Advisory
मानव मेटान्यूमोवायरस यानि एचएमपीवी को लेकर हरियाणा सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। सरकार की ओर से प्रदेश के सभी अस्प्तालों में आरटी-पीसीआर लैब में पूरा स्टाफ रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
चंडीगढ़: मानव मेटान्यूमोवायरस यानि एचएमपीवी को लेकर हरियाणा सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। सरकार की ओर से प्रदेश के सभी अस्प्तालों में आरटी-पीसीआर लैब में पूरा स्टाफ रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों के सीएमओ को एचएमपीवी लक्षण वाले मरीजों का चेकअप अस्पतालों के फ्लू वार्ड में करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आइसोलेशन और फ्लू वार्ड भी बनाए जाएंगे। सरकार के निर्देश के बाद सभी अस्पतालों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि हरियाणा में एचएमपीवी से संक्रमण का कोई केस नहीं आया है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। उन्होंने प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को इन्फ्लुएंजा, एचएमपीवी, आरएसवी और सांस से संबंधित अन्य बीमारियों के इलाज के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दे दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक की ओर से भी सिविल सर्जन को एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि वे एचएमपीवी समेत उक्त बीमारियों के प्रति अपने-अपने क्षेत्र में सतर्क रहें और प्रभावी तैयारी सुनिश्चित करें। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू कॉर्नर बनाए जाएं। यह भी कहा गया है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि फ्लू कॉर्नर के लिए नामित स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त संख्या में दवा, उपकरण, ऑक्सिजन और वेंटिलेटर हों, साथ ही प्रशिक्षित कर्मचारियों की ड्यूटी लगातार रोटेशन में लगाएं। आरती सिंह राव ने बताया कि इन केंद्रों के प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ओस्टेलमाविर 75, 45 , 30 मिलीग्राम और सिरप के साथ-साथ पीपीई, एन-95 मास्क, अभिकर्मक किट, वीटीएम आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करें। जिला स्वास्थ्य अधिकारी इन स्पेशल केंद्रों में मौसमी इन्फ्लूएंजा और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए समर्पित बिस्तर सुनिश्चित करें।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक ऐसा वायरस है जो सभी उम्र के लोगों में श्वसन संक्रमण पैदा कर सकता है। इसके लक्ष्मो में खांसी, बुखार, नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ और ब्रोंकाइटिस, गंभीर मामलों में निमोनिया भी हो सकता है। इससे बचाव के लिए हाथ धोकर भोजन करें, संक्रमित के संपर्क में न आएं, खांसी- जुकाम और बुखार होने पर जांच कराएं और मास्क पहने, बच्चों की विशेष देखभाल करें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे। साथ ही इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षणों से मेल करती बीमारियां और सांस के गंभीर लक्षणों के रुझान पर निगरानी रखें और जरूरत पड़ने पर गंभीर मामलों में सैंपल की जांच करवाएं।
कोरोना जैसे वायरस एचएमपीवी के देश में 8 केस हो गए हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस सामने आए। यहां एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का संक्रमित मिला है।दोनों ही बच्चों को लगातार सर्दी-बुखार था। इसके बाद प्राइवेट लैब की जांच में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि इन्हें अस्पताल में भर्ती नही करना पड़ा। इलाज के बाद उनकी स्थिति कंट्रोल में है। इससे एक दिन पहले कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक-एक केस मिलाकर वायरस के कुल 6 मामले सामने आए थे। इनमें ज्यादातर बच्चे हैं।