पानीपत में हरियाणा रोडवेज के कंडक्टर-ड्राइवर पर हमला, बकाया राशि को लेकर पीटा

पानीपत में राज्य परिवहन निगम के ड्राइवर और कंडक्टर पर हमला किया गया। दिल्ली से करनाल जा रही बस में 2 युवकों के साथ बकाया राशि को लेकर कंडक्टर की बहस हो गई थी।

 
Roadways conductor and driver attack

पानीपत: जिले में राज्य परिवहन निगम के ड्राइवर और कंडक्टर पर हमला किया गया। दिल्ली से करनाल जा रही बस में 2 युवकों के साथ बकाया राशि को लेकर कंडक्टर की बहस हो गई थी। पानीपत बस स्टैंड पर दोनों युवक नीचे उतर गए।

इसके बाद साथियों संग बस का पीछा किया और टोल प्लाजा पर बस रुकी तो वहां कंडक्टर के साथ ड्राइवर को पीट दिया। इस दौरान आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी। भीड़ जुटने पर आरोपी बाइक को छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद कंडक्टर ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की बाइक कब्जे में ले ली है।

बस में दिल्ली से करनाल आ रहे थे 

सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में संदीप ने बताया कि वह गांव सींक का रहने वाला है। वह हरियाणा रोडवेज में करनाल डिपो में कंडक्टर के पद पर कार्यरत है। 12 जनवरी को वे बस में ड्राइवर सतीश के साथ दिल्ली से करनाल आ रहे थे। करनाल बाइपास पर 2 युवक बस में सवार हुए। जिन्होंने पानीपत बस स्टैंड के लिए 2 टिकट मांगे और 200 रुपए दिए। दो टिकटों का किराया 170 रुपए हुआ तो उन्हें बाकी 30 रुपए दे दिए। इसके तुरंत बाद दोनों युवक बहस करने लगे कि उन्होंने 500 रुपए दिए हैं। काफी देर बहस चलने के बाद उन्हें संतुष्ट किया कि उन्होंने 200 रुपए का ही नोट दिया था।

बीच बचाव करने आए यात्री को पीटा

पानीपत पहुंचने पर दोनों युवक बस स्टैंड पर उतर गए। यहां से बस करनाल के लिए रवाना हुई। जब बस टोल प्लाजा पर पहुंची तो वहां बस रोककर सवारियां उतारने व चढ़ाने लगे। इसी दौरान तीन युवक रोहतक नंबर की बाइक पर सवार होकर वहां पहुंचे, जिन्होंने बस के आगे बाइक खड़ी कर दी। इसके बाद उन्होंने उसे और ड्राइवर को पीटना शुरू कर दिया। मारपीट के दौरान आरोपियों ने किसी लोहे की वजनदार चीज से उसके सिर पर वार किया। बीच बचाव करने आए यात्री सत्यवान के साथ भी मारपीट की गई। ये देख वहां लोग इकट्ठा हो गए। लोगों के इकट्ठा होने पर आरोपी बाइक को छोड़कर पैदल भागे। जाते वक्त उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद घायल कंडक्टर और ड्राइवर पास के निजी अस्पताल में पहुंचे। बस को वहीं टोल पर खड़ा किया गया। सवारियों को दूसरी बस में बैठाया गया।