बेरहम बारिश! हरियाणा में 10 जिलों में एक लाख एकड़ में फसल बर्बाद, 615 गांवों के किसान परेशान

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा के अनुसार, जो किसान इस योजना के तहत पंजीकृत नहीं हैं, वे हरियाणा ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपना नुकसान दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए उनका ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है।

चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले सप्ताह हुई बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से 10 जिलों के 615 गांवों में करीब एक लाख एकड़ फसल खराब हुई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों के बाद जिला उपायुक्तों ने सोमवार को सरकार को प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी। रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश सरकार ने प्रभावित सभी 10 जिलों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है। प्रभावित किसान अब ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपने नुकसान की पूरी जानकारी अपलोड कर सकेंगे।

 हरियाणा के जींद जिले के लिए पिछले सप्ताह ही पोर्टल खोला जा चुका था, मगर नुकसान की जानकारी अपलोड होने के बाद उसे बंद कर दिया गया था। जींद जिले में पोर्टल फिर से खोल दिया गया है। सोमवार को अंबाला, भिवानी, हिसार, चरखी दादरी, यमुनानगर, रेवाड़ी, पलवल, नूंह और महेंद्रगढ़ जिलों में ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिए गए हैं।


 जिला उपायुक्तों की ओर से सरकार को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक, अंबाला जिले के 166 गांवों में फसल खराब हुई है, जबकि भिवानी जिले के के 20 गांव ओलावृष्टि और बेमौसमी बरसात से प्रभावित हुए हैं। हिसार जिले के सात और चरखी दादरी जिले के नौ गांवों में फसलों का नुकसान हुआ है। यमुनानगर जिले के 78 गांव, जींद जिले के 66, रेवाड़ी के 81, पलवल के 19, नूंह के नौ और महेंद्रगढ़ जिले के 160 गांवों के किसानों की फसलें बेमौसमी बरसात में खराब हुई हैं।

 
Crops on one lakh acres destroyed in 10 districts of Haryana

चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले सप्ताह हुई बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से 10 जिलों के 615 गांवों में करीब एक लाख एकड़ फसल खराब हुई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों के बाद जिला उपायुक्तों ने सोमवार को सरकार को प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी। रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश सरकार ने प्रभावित सभी 10 जिलों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है। प्रभावित किसान अब ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपने नुकसान की पूरी जानकारी अपलोड कर सकेंगे।

 हरियाणा के जींद जिले के लिए पिछले सप्ताह ही पोर्टल खोला जा चुका था, मगर नुकसान की जानकारी अपलोड होने के बाद उसे बंद कर दिया गया था। जींद जिले में पोर्टल फिर से खोल दिया गया है। सोमवार को अंबाला, भिवानी, हिसार, चरखी दादरी, यमुनानगर, रेवाड़ी, पलवल, नूंह और महेंद्रगढ़ जिलों में ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिए गए हैं।


 जिला उपायुक्तों की ओर से सरकार को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक, अंबाला जिले के 166 गांवों में फसल खराब हुई है, जबकि भिवानी जिले के के 20 गांव ओलावृष्टि और बेमौसमी बरसात से प्रभावित हुए हैं। हिसार जिले के सात और चरखी दादरी जिले के नौ गांवों में फसलों का नुकसान हुआ है। यमुनानगर जिले के 78 गांव, जींद जिले के 66, रेवाड़ी के 81, पलवल के 19, नूंह के नौ और महेंद्रगढ़ जिले के 160 गांवों के किसानों की फसलें बेमौसमी बरसात में खराब हुई हैं।