अगर एमपी डिफेक्शन कानून न होता तो मुझे पार्टी... दादा गौतम का JJP छोड़ने पर बड़ा खुलासा

हरियाणा के सफीदों से बीजेपी विधायक दादा रामकुमार गौतम ने नौ महीने बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जननायक जनता पार्टी (जजपा) छोड़ने के कारणों और अपनी नाराजगी का खुलासा किया।

 
BJP MLA

जींद  : हरियाणा के सफीदों से बीजेपी विधायक दादा रामकुमार गौतम ने नौ महीने बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जननायक जनता पार्टी (जजपा) छोड़ने के कारणों और अपनी नाराजगी का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जजपा के एक गलत फैसले ने उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया।

जजपा छोड़ने का कारण

दादा गौतम ने कहा जजपा ने उस पार्टी के साथ गठबंधन किया, जिसने पहले जजपा को नुकसान पहुंचाया था। इस फैसले से मैं नाराज था। मैंने जजपा छोड़ने से पहले इसके खिलाफ एक बड़ा बयान भी दिया था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सामान्य प्रक्रिया के अनुसार पहले विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ता है, फिर पार्टी छोड़नी पड़ती है, लेकिन उन्होंने पहले ही जजपा छोड़ दी थी।

एमपी डिफेक्शन कानून पर सवाल

उन्होंने कहा कि अगर एमपी डिफेक्शन कानून (दल-बदल विरोधी कानून) न होता, तो मुझे पार्टी छोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती। विधायक या सांसद जो कहते हैं, वह काम होना चाहिए, ऐसा न होना गलत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज विधायकों और सांसदों की कोई इज्जत नहीं है। इस कानून के खिलाफ लड़ाई की जरूरत है ताकि जनप्रतिनिधियों का सम्मान बढ़े और वे जनहित के काम बिना किसी रुकावट के कर सकें।

विधायकों की स्थिति पर टिप्पणी

दादा गौतम ने कहा कि आज विधायक के पास कोई शक्ति नहीं है, वे बस इधर-उधर घूमकर वापस आ जाते हैं। जनता के काम करवाने में उनकी स्थिति कमजोर है।

बीजेपी सरकार की तारीफ

गौतम ने बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 2014 में बीजेपी की सरकार आने के बाद नरेंद्र मोदी ने दुनिया को दिखाया कि यह पाकिस्तान नहीं, हिंदुस्तान है। धारा 370 को खत्म करना, राम मंदिर का निर्माण और तीन तलाक को समाप्त करना जैसे बड़े फैसले इसकी मिसाल हैं।