' इंडी- गठजोड़' के आंसुओं की हांडी चटक कर टूटी : डॉ. चौहान
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चंडीगढ़ : अरविंद केजरीवाल की शराब घोटाले में गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली में रैली कर आपा पीटने वाले ' इंडी- गठजोड़' के नेताओं और राजनीतिक दलों के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का निर्णय एक सटीक 'सियासी तमाचा' है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने शराब घोटाला प्रकरण में न्यायालय के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए यह टिप्पणी की। भारतीय जनता पार्टी मानती है कि 'इंडी- गठजोड़' की रैली में अरविंद के समर्थन में बहाए गए आंसुओं से लबालब भरी 'हांडी' अदालत के आदेश की कानूनी छड़ी से एक झटके में टुकड़े टुकड़े हो गई है।
डॉ. चौहान ने कहा उच्च न्यायालय ने यह कहते हुए केजरीवाल की पार्टी उनके हमसफर हिमायती ठगबंधन को आइना दिखा दिया है कि अरविंद केजरीवाल द्वारा शराब नीति बनाकर इस अपराध की साजिश रची गई। अदालत के आदेश के अनुसार अरविंद केजरीवाल के साजिश में शामिल होने के अलावा शराब की काली कमाई के इस्तेमाल में भागीदार होने के पर्याप्त प्रमाण प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत के सामने प्रस्तुत किए हैं।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि खुद को कट्टर ईमानदार का देने वाले केजरीवाल दरअसल कट्टर बेईमान साबित होते नजर आ रहे हैं। डॉ .चौहान ने कहा के अरविंद केजरीवाल अन्ना के आंदोलन में भ्रष्टाचार के खिलाफ क्रांति की जो टोपी पहनकर राजनीति में उतरे थे, वह पूरी तरह तार तार होकर बिखर चुकी है। भ्रष्टाचार के आरोप में वे और उनके मंत्री सलाखों के पीछे हैं और धीरे धीरे उनकी पार्टी 'आप' के राजनीतिक और आर्थिक पाप जग जाहिर हो रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता और प्रामाणिकता के साथ सार्वजनिक जीवन से भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने में लगी हुई है। मगर हैरत की बात है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन में से पैदा हुई अरविंद केजरीवाल की खुद करप्शन की सबसे बड़ी अग्रदूत बनकर उभर रही है। इससे भी ज्यादा विचित्र बात यह है भारत में राजनीतिक और प्रशासनिक भ्रष्टाचार की जननी माने जाने वाली कांग्रेस और उसके सहयोगी प्रजातंत्र के महापर्व यानी चुनाव के समय भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल के बचाव में रेलिया और रुदाली कर रहे हैं।