कैथल का सफाई घोटाला: अब तक आरोपियों का नहीं लगा सुराग, विजिलेंस की टीमें ठिकानों पर लगातार दे रही दबिश

जिला परिषद में हुए सफाई घोटाले को लेकर विजिलेंस टीम जांच में लगी हुई है। जांच को आगे बढ़ते हुए अब तत्कालीन जिला परिषद के डिप्टी सीईओ जसविंदर सिंह के समय का रिकॉर्ड भी कब्जे में लिया जाएगा।

 
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जिला परिषद में हुए सफाई घोटाले को लेकर विजिलेंस टीम जांच में लगी हुई है। जांच को आगे बढ़ते हुए अब तत्कालीन जिला परिषद के डिप्टी सीईओ जसविंदर सिंह के समय का रिकॉर्ड भी कब्जे में लिया जाएगा। इसके साथ ही उसे समय पद पर रहे सभी पदाधिकारी से भी पूछताछ की जाएगी। अब तक की जांच में सामने आया कि आरोपी एक्स.ई.एन नवीन ने गबन की राशि से एक प्लॉट भी खरीदा है और अन्य आरोपियों ने घरेलू कार्य में यह राशि खर्च की है। इनसे 50 लाख रुपये की राशि बरामद की जा चुकी है। फरार चल रहे आठ आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर विजिलेंस की पांच टीमें लगातार आरोपियों की धरपकड़ के लिए अलग अलग ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। वहीं सोमवार को जिला परिषद के तत्कालीन डिप्टी सी.ई.ओ रहे जसविंद्र सिंह के समय का रिकार्ड भी कब्जे में लिया जाएगा। इसको लेकर भी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

विजिलेंस टीम द्वारा मामले की जांच करते हुए घोटाले में संलिप्त 10 फर्मो पर कार्रवाई करते हुए अभी तक इनके 6 मालिकों को गिरफ्तार किया है। इन फर्मो के बैंक खातों में घोटाले की राशि को डाला गया था। जांच में यह बात भी निकल कर सामने आई है कि अधिकारी व कर्मचारियों के बैंक खाते में घोटाले की राशि सीधे विभाग के खातों से राशि डाली गई है। इसके बाद यह इस राशि को आगे निजी खातों में भेजा गया। इसी आधार पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ने अधिकारी व कर्मचारियों समेत 10 फर्मों की बैंक स्टेटमेंट निकलवाई गई थी। जिससे सरकारी राशि एक दूसरे के खाते में भेजी गई पाई गई।

 
इन फर्मों के खाते में गई पेमेंट

1. कमलजीत निवासी किठाना प्रो-दा कैथल सरस्वती को-ऑपरेटिव सोसायटी के खाते में 88 लाख 19 हजार 583 रुपए।
2. प्रवीन सरदाना निवासी कैथल प्रो-भारत प्रौजेक्ट के खाते में 1 करोड़ 43 लाख 16 हजार 616 रुपए।
3. अनिल कुमार गर्ग निवासी पूंडरी प्रो-तेजस कांकरेट के खाते में 86 लाख 2 हजार 750 रुपए।
4. दिलबाग निवासी फरियाबाद प्रो-सत्यम कंस्ट्रक्शन के खाते में 1 करोड़ 62 लाख 84 हजार 279 रुपए।
5. सुमित मिगलानी निवासी कैथल प्रो-एयूटीयूएस एग्रोवेट इंडिया के खाते में 92 लाख 99 हजार 338 रुपए।
6. तिलक राज निवासी बारणा जिला कैथल प्रो-एमएस शिव इंटरप्राइजेज के खाते में 1 करोड़ 81 लाख 17 हजार 636 रुपए।
7. रोहताश निवासी ऋषि नगर कैथल प्रो-रोहताश कंस्ट्रक्शन के खाते में 72 लाख 17 हजार 320 रुपए।
8. राजेश गर्ग निवासी अनाज पूंडरी प्रो-वासू कंस्ट्रक्शन के खाते में 41 लाख 79 हजार 654 रुपए।
9. अभय संधू निवासी कुतबपुर प्रो-लक्ष्मी बिल्डिंग मैटरियल सप्लायर के खाते में 47 लाख 65 हजार 583 रुपए।
10. शुभम किसान पाइप कैथल के खाते में 4 लाख 74 हजार 925 रुपए पेमेंट की गई।

घोटाले के आठ आरोपियों को हिरासत में लेने के लिए लगातार उनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा जिला परिषद के तत्कालीन डिप्टी सीईओ समय का रिकॉर्ड भी कब्जे में लिया जाएगा। उस समय जो भी अधिकारी य पार्षद पद पर था उस सभी से भी पूछताछ की जाएगी।