कैथल: बदबू के कारण लोग पलायन करने को मजबूर, प्लाटों के रेट में भी आई भारी गिरावट

बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाई गई ग्योंग ड्रेन बीते कई सालों से शहर वासियों के लिए परेशानी की वजह बने हुए हैं। शहर की एक दर्जन के करीब कालोनियों के सीवरेज का गन्दा पानी व कूड़ा करकट इसी में डाला जा रहा है। जोकि बरसाती पानी के फ्लो में भी रूकावट...
 
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बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाई गई ग्योंग ड्रेन बीते कई सालों से शहर वासियों के लिए परेशानी की वजह बने हुए हैं। शहर की एक दर्जन के करीब कालोनियों के सीवरेज का गन्दा पानी व कूड़ा करकट इसी में डाला जा रहा है। जोकि बरसाती पानी के फ्लो में भी रूकावट बनते हैं। इसमें फैली गंदगी से नालों के आसपास के एरिया में बदबू की भरमार है। इससे खासतौर सेक्टर 18 व ड्रेन के आसपास रहने वाले काफी परेशान हैं। गंदगी के कारण ये ड्रेन मक्खी-मच्छरों के ब्रीडिंग के सेंटर बने हुए हैं। 

बीते कुछ सालों में देखने को मिला है कि ड्रेन के आसपास रहने वाले लोगों में गर्मी सीजन के दौरान डेंगू, मलेरिया के मामले ज्यादा मिलते हैं। ड्रेन में डाली जा रही गन्दी को लेकर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व जिला प्रशासन गंभीर नहीं है। साल 2018 में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने कैथल दौरे के दौरान इसको कवर करने की घोषणा की थी। लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसको तकनीकी कारणों के चलते अनफिजिबल बताकर रिजेक्ट कर दिया था। इस लिए अब यहां के निवासी इस समस्या के समाधान के लिए पिछले कई सालों से आस लगाए बैठे हैं।

इस समस्या को लेकर सेक्टर अब 18 के रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा जिला प्रशासन व प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को शिकायत की है। उनका कहना है कि यह ड्रेन बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाई गई थी। लेकिन इसके पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया। ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन को इस बारे में कुछ पता नहीं है। प्रशासन को सब कुछ जानते हुए भी अनजान बना बैठा है। सेक्टर निवासियों का कहना है कि वे पिछले दिनों अपनी इस समस्या को लेकर डीसी से भी मिले थे। उस समय उन्हे उपायुक्त की ओर से आश्वासन मिला था कि शीघ्र ही समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन इसके बाद भी समस्या ज्यों की त्यों है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि उनको इस समस्या से निजात दिलाई जाए।

पंप के जरिये ड्रेन में डाला जाता है गंदा पानी 

जिला नागरिक अस्पताल के पोस्ट मार्टम कक्ष का गंदा पानी पंप के द्वारा इसमें में डाला जाता है। इसके साथ ही अस्पताल का मेडकल वेस्ट व कूड़ा करकट भी इसी में डाला जा रहा है। जिस कारण ड्रेन में फैली गंदगी के कारण इसमें मच्छर पनप रहे हैं। इसके आसपास रहने वाले लोग गंदगी में जीने के लिए मजबूर है और कई बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। हालांकि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा अस्पताल को कई बार नोटिस दिए है। परन्तु आज तक भी ड्रेन में गन्दा पानी ऐसे ही डाला जा रहा है।  

 
शहर की इन कॉलोनियों से गुजरती है ड्रेन

ग्योंग ड्रेन ढांड रोड से लेकर जींद रोड तक की आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों को कवर करती है। इसमें ढांड रोड, भगत सिंह कॉलोनी, जनकपुरी कॉलोनी, फ्रेंड्स कॉलोनी, मायापुरी कॉलोनी, देवरगढ़ रोड व सेक्टर 18 से होकर गुजरती है। इसके कवर न होने के कारण इन सभी कॉलोनियों के लोग गंदगी में जीने के लिए मजबूर है और कई बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। इसके बावजूद भी जिम्मेदार विभाग व जिला प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नही दे रहा।

कई बार दे चुके शिकायत नहीं हुआ समाधान: मनोज सहारण

सेक्टर 18 के रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान मनोज सहारण ने बताया कि ग्योंग डैन के बरसता का पानी निकलने के लिए बनाई गई थी। पिछले 10 सालों से भगत सिंह, बालाजी कॉलोनी, डिफेंस कॉलोनी, फ्रेंड्स कॉलोनी, मायापुरी, करनाल रोड चौक, सरकारी अस्पताल का सीवरेज का गंदा व कचरा मेडिकल वेस्ट भी डाला जाता है। जिस से उनके सेक्टर वासियों में बीमारी फैली रही है। इस समस्या को लेकर उन्होंने पांच-छः बार उच्च अधिकारियों को शिकायत दे चुके हैं। जो केवल मौका निरीक्षण करते हैं। परन्तु आज तक भी समस्या का समाधान नही हुआ।

 लोग मकान बेच कर दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर: रामफल कोटडा

सेक्टर 18 निवासी रामफल कोटडा ने बताया कि गर्मी के मौसम में ड्रेन से हर समय बदबू आती रहती है। जिससे लोगों का जीना दुश्वार हुआ पड़ा है। इस समस्या के कारण लोग 18 सेक्टर में मकान लेना पसदं नही करते। आलम ये है इस समस्या के चले लोग यहां से अपना मकान बेच कर दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर हैं। इस लिए सेक्टर 18 के प्लाटों के रेट में भी भारी गिरावट है। यदि विभाग द्वारा समय-समय पर इसकी सफाई भी की जाए तो बदबू से लोगों को काफी राहत मिल सकती है।


 एक किलोमीटर तक ड्रेन की हो चुकी सफाई: प्रशांत सिलवानिया

जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रशांत सिलवानिया ने बताया कि उनके पास ड्रेन की सफाई का जिम्मा है। ड्रेन में सफाई के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई हुई है। एक किलोमीटर की सफाई हो चुकी है। यह कार्य लगातार जारी रहेगा।

 जल्द होगा समस्या का समाधान: निपुण गुप्ता

प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निपुण गुप्ता ने कहा कि ड्रेन में छोड़े जा रहे सीवरेज के गंदे पानी की समस्या को लेकर सेक्टर 18 निवासियों से शिकायत प्राप्त हुई है। इसको लेकर जल्द ही मौके का निरीक्षण कर संबधित विभाग से जवाब लिया जाएगा। वह जल्द ही कालोनी वासियों की समस्याओं को देखकर उनका समाधान करें।