ससुर बंसीलाल व पति सुरेंद्र के बाद किरण भी बनेंगी राज्यसभा की सदस्य!

हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर होने जा रहे चुनाव को लेकर भाजपा ने स्व. चौ. बंसीलाल की पुत्रवधू एवं पूर्व मंत्री किरण चौधरी को उम्मीदवार बनाया है और विधायकों की संख्या अनुपात के हिसाब से उनका चयनित होना तय माना जा रहा है।
 
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हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर होने जा रहे चुनाव को लेकर भाजपा ने स्व. चौ. बंसीलाल की पुत्रवधू एवं पूर्व मंत्री किरण चौधरी को उम्मीदवार बनाया है और विधायकों की संख्या अनुपात के हिसाब से उनका चयनित होना तय माना जा रहा है। ऐसी भी चर्चा है कि भाजपा किरण की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़वा सकती है। इस सीट से कई बार बंसीलाल व सुरेंद्र सिंह भी विधायक रह हैं तो 4 बार किरण चौधरी भी विधायक रह चुकी हैं। खास पहलू यह है कि किरण से पहले उनके परिवार में उनके ससुर बंसीलाल एवं पति सुरेंद्र सिंह भी राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।

तोशाम से अनूठा रिकॉर्ड बना चुकी हैं किरण चौधरी

चौ. बंसीलाल के छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह का एक हादसे में निधन होने के बाद तोशाम विधानसभा सीट पर जून 2005 में उपचुनाव हुआ था। इसमें कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह की पत्नी किरण चौधरी ने चुनाव लड़ा और जीत का अनूठा रिकॉर्ड बनाया। उस उप-चुनाव में तोशाम के 158 बूथों पर किरण के पक्ष में एकतरफा माहौल था। खास बात यह है कि इनैलो, भाजपा सहित किसी भी राजनीतिक दल ने तोशाम सीट से अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा था।  

पहली बार 1998 में दिल्ली से विधायक बनी थीं किरण चौधरी

किरण चौधरी साल 1988 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली कैटर चुनी गई थी। वे दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर भी रहीं। ट से विधायक ।। 2005 में तोशाम का उपचुनाव जीतकर पहली बार हरियाणा विधानसभा की सदस्य भी बनीं। इसके बाद वे लगातार 2009, 2014 और 2019 में हरियाणा की तोशाम सीट से विधायक बनने में सफल रहीं। वे 2005 से लेकर 2014 तक कांग्रेस की सरकार में वन, पर्यावरण, पर्यटन और खेल मंत्री के अलावा जनस्वास्थ्य और आबकारी मंत्री भी रहीं। इससे पहले 1986 में उन्हें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव सहित कई पदों पर रहीं। किरण चौधरी का जन्म 5 जून 1955 को उत्तरप्रदेश के फैजाबाद के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उनके पिता आत्मा सिंह सेना में ब्रिगेडियर थे।