खट्टर को खटक रहा मनोज वधवा का भाजपा छोड़ना, कहा- जो पार्टी छोड़ रहे लालची हैं...

हरियाणा में सियासी तापमान मौसम की तरह लगातार चढ़ रहा है। लोकसभा चुनाव की वोटिंग में महज 10 दिन बचे हैं। ऐसे में हर एक राजनीतिक गतिविधि चुनाव में प्रभाव डाल सकती है...
 
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करनालः हरियाणा में सियासी तापमान मौसम की तरह लगातार चढ़ रहा है। लोकसभा चुनाव की वोटिंग में महज 10 दिन बचे हैं। ऐसे में हर एक राजनीतिक गतिविधि चुनाव में प्रभाव डाल सकती है। बीते रोज भाजपा नेता मनोज वधवा ने पार्टी को अलविदा कह दिया था। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। चुनावी मौसम में वधवा के पार्टी छोड़ने और मुख्य विपक्षी दल को ज्वाइन करने से भाजपा को झटका लगा है। 

मनोज वधवा के पार्टी छोड़ने और कांग्रेस ज्वाइन पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहली प्रतिक्रिया आई है। खट्टर ने कहा कि बहुत से लोग स्वार्थी होते हैं। पार्टी रहते हुए लोग कुछ नहीं बोलते बाद में आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ हैं, लेकिन नियम में रहकर उनकी मदद करता हूं। गौरतलब है कि मनोज वधवा पर भाजपा में रहते हुए ईडी ने छापेमारी की थी। वाधवा का यमुनानगर में खनन का कारोबार है। उन्होंने 2014 में मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ा था। उस समय वो आईएनएलडी की टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन वह चुनाव हार गए। 

इसके साथ करनाल लोकसभा से बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल ने एक मीटिंग की। ये मीटिंग मनोहर लाल ने जर्मनी से आए इन्वेस्टरों के साथ की। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टमेंट को लेकर उनके साथ चर्चा हुई है। आपको बता दें कि यहां पर जर्मनी के एक सांसद आए हुए थे, जिनके साथ मनोहर लाल ने मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जर्मनी एक प्रगतिशील  देश है। आने वाले समय में हरियाणा में भी और इन्वेस्टर  इन्वेस्टमेंट करेंगे।