मनु भाकर ने दिये संकेत, अभी नहीं करेंगे राजनीति... देश के लिए खेलकर मेडल जीतना ही उनका सपना

ओलंपिक की दो स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर का उनके नैनिहाल चरखी दादरी में भव्य स्वागत किया गया। सम्मान पाकर जहां मनु ने अपने नैनिहाल के सम्मान को ताउम्र याद रखने की बात कही वहीं संकेत भी दिये कि वे राजनीति में नहीं आएगी।
 
bhaker silver medal

चरखी दादरी: ओलंपिक की दो स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर का उनके नैनिहाल चरखी दादरी में भव्य स्वागत किया गया। सम्मान पाकर जहां मनु ने अपने नैनिहाल के सम्मान को ताउम्र याद रखने की बात कही वहीं संकेत भी दिये कि वे राजनीति में नहीं आएगी। बल्कि अपने खेल पर ध्यान देते हुए ओलंपिक में गोल्ड पर निशाना लगाना ही टारगेट है। कोई भी खिलाड़ी हो उसकी सोच पर निर्भर रहता है कि वे राजनीति करें या फिर युवाओं को खेलों के प्रति मोटिवेट करें।

दरअसल मनु भाकर का उसके नैनिहाल चरखी दादरी में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। सम्मान समारोह में पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, अंतर्राष्ट्रीय रेसलर व भाजपा नेत्री बबीता फोगाट, पूर्व विधायक रणबीर मंदोला, पूर्व विधायक कर्नल रघबीर छिल्लर सहित कई राजनेताओं के अलावा सामाजिक संगठनों द्वारा मनु को सम्मानित किया। समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए मनु भाकर ने कहा कि उसे जो सम्मान मिल रहा है, उसी उत्साह के साथ ओलंपिक में गोल्ड जीतने के लिए जज्बा भी बढ़ रहा है। मनु ने युवाओं व माता-पिता से भी आह्वान किया कि वे पढ़ाई के साथ खेलों में भी ध्यान दें और देश के लिए मेडल जीतने का टारगेट रखें, सफलता अवश्य मिलेगी।

मनु भाकर ने मीडिया द्वारा विनेश फोगाट मामले को लेकर पूछे सवाल के जवाब में कहा कि विनेश की भावना फाइटर की तरह रही है, उनके साथ हुए वाक्य को लेकर विनेश को सबक लेना चाहिए। विनेश फोगाट के साथ जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है और टेक्निकल की जानकारी नहीं है। विनेश द्वारा कुश्ती से संन्यास लेने का फैसला उनका खुद का है। विनेश फोगाट को आगे बढ़ना चाहिए और मेडल जीतने के लिए फिर से मैदान में उतरना चाहिए। वहीं मनु ने कहा कि उसका ध्यान सिर्फ देश के लिए गोल्ड जीतने का है, वे अभी राजनीति नहीं करेंगी। कहा कि  ब्रोंज मेडल तक का सपना सुहाना रहा है अब मेहनत के बूते गोल्ड जीतकर ही सपना पूरा करूंगी।