Haryana में अब Delivery के दौरान नहीं जाएगी मां और शिशू की जान, डॉक्टरों व नर्सों की दी ये खास ट्रेनिंग

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के लिए डॉक्टरों और नर्सों को विशेष प्रशिक्षण देगा। यह प्रशिक्षण छह महीने का होगा। इस संबंध में बुधवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में...

 
doctors and nurses will be trained to reduce maternal-infant mortality rate

चंडीगढ़: हरियाणा स्वास्थ्य विभाग मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के लिए डॉक्टरों और नर्सों को विशेष प्रशिक्षण देगा। यह प्रशिक्षण छह महीने का होगा। इस संबंध में बुधवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र की गवर्निंग बॉडी की बैठक हुई।

बैठक में फ्रंटलाइन चिकित्सा कर्मियों की क्षमता निर्माण के माध्यम से हरियाणा में मातृ स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि एसीएस स्वास्थ्य ने स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र की गवर्निंग बॉडी बैठक की अध्यक्षता की
मातृ मृत्यु को कुशल प्रसव प्रबंधन के माध्यम से टाला जा सकता है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि प्रसव के दौरान समय पर और कुशल हस्तक्षेप जीवन और मृत्यु के बीच अंतर ला सकता है। यही कारण है कि फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण को प्राथमिकता दे रहे हैं।

इसके अलावा रिफ्रेशर प्रशिक्षण में सामान्य और जटिल प्रसव का प्रबंधन, खतरे के संकेतों की पहचान, रेफरल प्रोटोकॉल और आधुनिक उपकरणों के उपयोग जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया जाएगा।