लिस्ट आते ही कांग्रेस में बगावत, राजेंद्र जून, कपूर सिंह नरवाल ने पार्टी को कहा अलविदा

कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने टिकट न मिलने की वजह से पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. सीनियर नेता कपूर सिंह नरवाल और राजेश जून ने पार्टी छोड़ दी है. कपूर सिंह नरवाल बरौदा सीट से वर्तमान विधायक इंदु राज नरवाल को दोबारा से टिकट देने पर नाराज थे, वहीं राजेश जून बहादुरगढ़ से राजेंद्र सिंह जून को टिकट मिलने से खफा थे.

 
हरियाणा

कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को 32 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की . सूची जारी होने के 24 घंटे के भीतर ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई . कांग्रेस के दो नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. इन दोनों का नाम सूची में नहीं था, इसी बात से नाराज हो कर इन नेताओं ने फार्टी छोड़ने का फैसला किया. इस्तीफा देने वाले में पहला नाम कांग्रेस के सीनियर नेता कपूर सिंह नरवाल का है और दूसरा नाम राजेश जून का है.

इस्तीफा देने के बाद कपूर सिंह नरवाल ने अपने सर्मथको की बैठक बुलाई. वह बरौदा सीट से वर्तमान विधायक इंदु राज नरवाल को दुबारा टिकट मिलने से नाराज है. अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि उन्होंने कहा है कि अपने सर्मथको से मिल कर उनकी राय लेने के बाद ही आगे कि रणनीति तय करेंगे. वहीं बहादुरगढ़ से राजेंद्र सिंह जून को टिकट मिलने से नाराज राजेश जून ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर धोखा देने का आरोप लगाया. उनका कहना है किवह निर्दलीय चुनाव लडे़ंगे और कांग्रेस उम्मीदवार से डबल वोट लेकर विधायक बनेंगे.

कांग्रेस ने वर्तमान विधायकों पर भरोसा जताया

कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में अपने वर्तमान 29 विधायकों में से 28 विधायकों पर भरोसा जताते हुए उनको दोबारा से चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने पानीपत जिले की इसराना (आरक्षित) सीट पर भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. जिसके बाद कांग्रेस की पहली लिस्ट में 32 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है. 32 वें उम्मीदवार के तौर पर पार्टी ने सिटिंग विधायक बलबीर सिंह को टिकट दिया है.

टिकट न मिलने से कांग्रेस नेताओं में नाराजगी

पहली लिस्ट जारी होने के बाद से ही पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे हैं. टिकट न मिलने की वजह से पार्टी के कई बड़े नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है. वहीं ऐसा ही कुछ हाल बीजेपी का भी है. बीजेपी के अंदर भी बगावत के सुर उठ रहे हैं. कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. चुनाव से पहले नेताओं की नाराजगी दोनों ही पार्टियों के लिए परेशानी की बात है.