सफाई घोटाले में 8वां आरोपी रोहतास गिरफ्तार, कावड़ियों के शिविर में छिपा था ठेकेदार
कैथल: साल 2021 में कोरोना काल के दौरान जिला परिषद में हुए 7 करोड़ रुपए के सफाई घोटाले में कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ठेकेदार रोहतास को कैथल के गुर्जर चौंक से गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन ब्यूरो इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी कावड़ियों के शिविर में छिपा हुआ था, जिसको वीरवार दोपहर बाद गिरफ्तार किया गया है जिससे डेढ़ लाख रुपए की बरामदगी हुई है, आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ये था पूरा मामला
साल 2021 में जिला परिषद के पास गांवों की सफाई के लिए 16 करोड़ 31 लाख रुपये की ग्रांट आई थी। इस राशि में से करीब 10 करोड़ रुपये की राशि टाईड व अन-टाईड के कार्य में खर्च की जानी थी। टाईड राशि में तालाबों की सफाई, गली, नालों की सफाई व ड्रेन आदि की सफाई की जानी थी। इसी तरह अन-टाईड में गली, चौपाल, सामुदायिक केंद्र, व श्मशान घाट आदि के कार्य किए जाने थे। उस समय के तत्कालीन डिप्टी सी.ई.ओ सहित अन्य अधिकारी व फर्म के ठेकेदारों ने आपसी साथ गांठ कर गांवों में सफाई करवाए बिना ही 7 करोड़ रुपयों की राशि हड़प ली।
इस घोटाले को लेकर 10-12 गांव के सरपंचों ने उस समय के तत्कालीन डीसी सुजान सिंह से मिल अपने-अपने गांव में सफाई न होने की लिखित में शिकायत दी थी। घोटाले का पता चलते ही डी.सी सुजान सिंह ने इस काम पर पर रोक लगा थी। जिस कारण 4 करोड़ रूपये की राशि लैप्स हो गई थी। इसके बाद कैथल विधायक लीला राम ने भी इसकी शिकायत सरकार को की थी। तब से इसकी जांच एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा की जा रही थी। शिकायत में घोटाले के लगाए गए आरोप सही पाए गए और 15 आरोपियों के खिलाफ ए.सी.बी थाना अम्बाला में इसकी एफ.आई.आर दर्ज की गई थी।
वहीं इस मामले की जांच पिछले तीन सालों से कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो टीम कर रही थी, जिसमें अभी तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था, अब 8वें आरोपी रोहतास को गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि घोटाले के शेष आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।