थप्पड़-वप्पड़ कुछ नहीं मारा… कंगना मामले में CISF जवान के समर्थन में उतरे राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता रोकेश टिकैत ने कहा कि कोई सांसद हों या कोई अन्य लोग हों, वो किसी जाति के खिलाफ, किसी व्यवसाय के खिलाफ, किसी भी धर्म के खिलाफ, किसी किसान-आदिवासी के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल ना करें. इन सब पर इनको कंट्रोल करना चाहिए.

 
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चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर नवनिर्वाचित सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत को थप्पड़ मामले के मामले में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता रोकेश टिकैत ने सीआईएसएफ की जवान का समर्थन किया है. उन्होंने साफ कहा कि हम सब सभी उस परिवार और बेटी के साथ हैं. राकेश टिकैत ने फेसबुक पर वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि देखो थप्पड़-वप्पड़ तो कुछ नहीं लगा. बहस उनकी जरूर हुई होगी और उनको किसी न किसी बात का दर्द होगा. जब देश में जय जवान और जय किसान का नारा लगता है. किसानों के साथ जैसा व्यवहार हुआ, तो वह कहीं ना कहीं आहत हुई हैं.

उन्होंने कहा कि यह जवान है. यह किसान परिवार से आते हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हों, कोई भी लोग हों. किसी जाति के खिलाफ, किसी व्यवसाय के खिलाफ, किसी भी धर्म के खिलाफ, किसी किसान-आदिवासी के खिलाफ भी गलत शब्दों का इस्तेमाल ना करें. इन सब पर इनको कंट्रोल करना चाहिए.

CISF जवान के समर्थन में उतरे टिकैत

उन्होंने कहा कि इनको बात कहनी है. अपनी बात कहें. तो उसको कहीं ना कहीं दर्द हुआ. लेकिन वो वर्दी पहन रही हैं. पोस्टिंग पर हैं तो नहीं करना चाहिए. आंदोलन करने के लिए तो बहुत हैं, कानूनी कार्रवाई होती है कोई चीज हुई तो उसने कहा है किसी को आप वह धारा लगाकर उनको एक नोटिस दे दो.

बता दें कि चढ़ीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनौत के साथ सीआईएसएफ जवान की तकरार के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है. दूसरी ओर, इस मामले में किसान संगठन खुलकर उस जवान के समर्थन में आ गए हैं.

अबकी बार सरकार तानाशाही नहीं करे

राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार गठबंधन की सरकार बनाने के सवाल पर कहा कि तीसरी बार सरकार बन रही है. गठबंधन की सरकार बन रही है तो अबकी बार सरकार तानाशाही नहीं करे. जिस तरह से पहले कर रही थी. अबके कुछ कंट्रोल में रहेगी. यह उम्मीद लगती है कि सरकार को कंट्रोल में रहना चाहिए. यह देश आजाद देश है. लोकतांत्रिक देश है. उसकी गरिमा को बना कर रखें. सरकारें हैं, जनता का काम करें, विकास पर ध्यान दें और प्रतियोगिता विकास पर होना चाहिए.