तरुण भंडारी ने रक्षाबंधन पर्व पर महिलाओं को सम्मानित कर राखी के अवसर पर उनकी लंबी आयु की कामना की
चंडीगढ़ : सीएम के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी जो पंचकुला से पहले मेयर रहे है ने आज रक्षा बंधन पर्व पर महिलाओं को सम्मानित किया तथा राखी के अवसर पर उनकी लंबी आयु की कामना की।चुनावी समय में भाजपा नेता भंडारी पंचकुला विधानसभा सीट पर मजबूत दावेदारों में से एक हैं। भंडारी ने विगत दो माह से पंचकुला के कार्यक्रमों में लगातार सक्रियता बड़ा कर ताल ठोक दी है।
भंडारी ने कहा कि महिलाओं की रक्षा वा सुरक्षा के लिए हमारी सरकार कटिब्ध है।केंद्रीय मंत्री वा पूर्व सीएम मनोहर लाल ने महिलाओं के लिए अभी जिलों में अलग थाने खोल जो एक ऐतिहासिक पहल की वह अतुलनीय है।अब प्रदेश में 32 महिला थाने खोले गए हैं। हर पुलिस थाने में महिला हैल्प डैस्क स्थापित किया गया है। दुर्गा शक्ति ऐप, दुर्गा शक्ति वाहनी सेवा, दुर्गा रेपिड एक्शन जैसी योजना लागू करने से महिलाओं में सुरक्षा की भावना जागृत हुई है। हरियाणा पुलिस महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष भर्ती की जा रही है और इसकी 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।
उन्होंने ने कहा कि आज के समय में रक्षाबंधन का स्वरूप थोड़ा बदल गया है, लेकिन इसका मूल भाव वही है। भले ही भौगोलिक दूरी के कारण भाई-बहन एक साथ न हो पाएं, फिर भी वे डाक या कूरियर के माध्यम से राखी भेजते हैं। सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों ने भी इस त्योहार के उत्सव को नए आयाम दिए हैं। भंडारी ने कहा की रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं रहा है। अब इसे समाज में भाईचारे, प्रेम और एकता के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। कई स्थानों पर यह त्योहार पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा जैसे मुद्दों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए भी मनाया जाता है।"रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन दोनों विशेष रूप से तैयार होते हैं। बहनें पूजा की थाली में राखी, कुमकुम, चावल, मिठाई और दीपक सजाती हैं। भाई की आरती उतारने के बाद, बहन उसकी कलाई पर राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करती है। भाई अपनी बहन को उपहार देता है और उसकी रक्षा करने का संकल्प लेता है।इसके साथ ही, यह त्योहार भाई-बहन के बीच के रिश्ते को और भी गहरा और मजबूत बनाता है।
भंडारी ने कहा कि 2014 में सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत हरियाणा से करने की जिम्मेदारी दी थी। 22 जनवरी, 2015 को पानीपत की ऐतिहासिक धरा से प्रधानमंत्री ने इस अभियान की शुरूआत की। मुख्यमंत्री के अथक प्रयासों व सामाजिक संगठनों व खाप पंचायतों के सहयोग से हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार हुआ। आज लिंगानुपात 1000 लड़की के पीछे 922 लड़कियों का है। एक समय था जब हरियाणा पर कन्या भ्रूण हत्या के अभिशाप का कलंक लगा हुआ था, लेकिन वर्तमान सरकार ने हरियाणा से यह कलंक मिटा कर सबसे उपलब्धि हासिल की। आज हरियाणा के लो एचगों की लड़कियों के प्रति सोच बदली है और हर क्षेत्र में बेटियां प्रदेश व देश का नाम रौशन कर रही हैं।