"भाजपा की प्रदेश से खिसक चुकी है जमीन..." सरपंचों को दी सौगात पर बोले बृजेंद्र सिंह

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक दुष्यंत चौटाला के सबसे बड़े समर्थक माने जाने वाले करसिंधु गांव में कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने धमाकेदार एंट्री की। यहां पर 22 से अधिक जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों में वो देर रात तक रहे। यहां...
 
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उचाना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक दुष्यंत चौटाला के सबसे बड़े समर्थक माने जाने वाले करसिंधु गांव में कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने धमाकेदार एंट्री की। यहां पर 22 से अधिक जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों में वो देर रात तक रहे। यहां पर कई परिवारों ने जेजेपी छोड़ कर कांग्रेस में आस्था व्यक्त की। इस बार लोकसभा चुनाव में भी जेजेपी को 500 से भी कम वोट मिले थे। करसिंधु गांव जेजेपी समर्थक गांव में सबसे पहला गांव रहा है। यहां पर डिप्टी सीएम के कम हो रहे जनाधार से हलके में विस चुनाव में क्या होगा उसके संकेत है। यहां पर कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह को लोगों को जबरदस्त समर्थन मिला।

सरंपचों को मिली सौगात पर बृजेंद्र का बयान

सरपंचों के लिए अनेकों घोषणा करने के सवाल पर पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा की जो सरकार है उसका कार्यकाल मान लीजिए खत्म हो चुका है। दूसरा उनको हरियाणा में जो उनका राजनीतिक जमीन जो है वो जिस प्रकार से खिसकी है पिछले दस साल की सरकार जो रही ह,  उनकी उसमें खिसना इतना ज्यादा हो गया है कि सबको स्पष्ट दिख रहा है कि प्रदेश में बीजेपी के इस बार विधानसभा चुनाव में हालात बहुत खराब होंगे। अब छोटे-मोटे प्रयास है, लेकिन हरियाण की जनता इस मामले में राजनीति रूप से बहुत जागरूक है वो देख रही है कि इसका मकसद सिर्फ जो आने वाले तीन महीने बाद चुनाव में उसमें किसी प्रकार से लीपापोती करके सरपंच या और आम जन साधारण जो है पोर्टल, परिवार पहचान पत्र, प्रोपर्टी आईडी के माध्यम से उस तरह के जो प्रपंच चला रखे थे। जिसमें लोग फंसे रहे उसका रास्ता कोई नहीं निकला गया उसका प्रयास हो रहा है। आजकल कैंप लगाए जा रहे है उसी प्रकार से सरपंचों का है। सुना है 2 तारीख को घोषणा होने वाली है। दो साल से आपने कुछ नहीं किया आपको लगता है कि कुछ करके सरपंचों को खुश कर लोगे मेरे को लगता है बात उससे आगे बढ़ चुकी है।  

कांग्रेस में राजनीती बिल्कुल नहीं हो रही

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा निट पर कांग्रेस के राजनीति करने के बयान पर बोलते हुए पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि राजनीति बिल्कुल नहीं हो रही। राजनीति को अगर आप लोगों से संबंधित मुद्दों को उठाने की कहे तो बिल्कुल राजनीति है। करीब 25 लाख बच्चों का भविष्य है जो पेपर से जुड़ा है ये पेपर हमारे देश के सबसे बड़े पेपरों में से एक है। धांधली बाजी सामने आती है जहां पर खुद प्रदेशों की पुलिस जो धरपकड़ कर रही है। जहां पर ये तथ्य भी सामने आने लगे कि शायद पेपर लीक हुए है। शायद इसलिए बोल रहा हॅूं कि क्योंकि जांच चल रही है। ऐसे में इतने बड़े वर्ग का विशेषकर युवाओं का किसी एक जिले, एक प्रदेश की बात है उसको यदि संसद में उठाने के लिए अगर ये कहा जाता है कि उसको प्राथमिकता पर लिया जाए उसमें कोई राजनीति की बात नहीं है। पब्लिक इंटरस्ट का मुद्दा है वो लेकिन हुआ क्या है कि बीजेपी की संख्या कम हुई है बहुमत नहीं आया उसके बावजूद वो संकेत ये देना चाह रहे है कि हम  सरकार और संसद वैसे ही चलाएंगे जैसे 2014 से 2019 तक चलाई थी वैसे ही चलाएंगे हम किसी की नहीं सुनेंगे। वो शायद इस बार इस चीज को भूल रहे है कि इस बार जो विपक्ष है वो सशक्त विपक्ष है। जो पहले वो संसद में करते थे वो मनमनी अब नहीं चल पाएगी।

राहुल के माइक बंद करने पर बोले बृजेंद्र

संसद में राहुल गांधी का माइक बंद होने के सवाल पर पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने न्यूज पेपर में पढ़ा है लेकिन जब मैं खुद सांसद था तो हमने देखा हुआ है कि बहुत बार ऐसा होता था कि माइक बंद कर दिए जाते थे। बहुत बार ऐसा होता था कि विपक्ष से कोई बड़ा नेता संसद में बोल रहा होता था तो उसको कम दिखाया जाता था, जबकि सत्ता पक्ष का बोल रहा होता तो उसको पूरा दिखाया जाता था। इस प्रकार की छोटी-छोटी चीजें है जो कई बार सत्ता पक्ष करता है जो की नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये ओच्छी हरकते है। इससे कोई लोकतंत्र की साख कम होती है उससे ज्यादा कुछ नहीं।

विज के ट्वीट पर बोले पूर्व सांसद

गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नायब सैनी की अगुवाई में चुनाव लड़े जाने के बयान के बाद अनिल विज के ट्वीट पर पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि ठीक है वो सीनियर है छह बार के विधायक है पहले भी आहत थे। वो उनकी अपनी पार्टी का मामला है वो किसको प्रोजेक्ट करे, किसकी अगुवाई में चुनाव लड़े वो उनका अपना फैसला है। अनिल विज सीनियर है मेरे ख्याल से विधायक की दृष्टि से सबसे सीनियर है वो। उस नाते अगर उनको कोई चीज अखर रही है तो उनकी पार्टी देखेगी उसको किस तरह से देखती, सुनती है।

आयुष्मान कार्ड से उपचार बंद करने पर दी प्रतिक्रिया

वहीं रुपए नहीं मिलने पर डॉक्टरों द्वारा आयुष्मान कार्ड से उपचार बंद करने के सवाल पर पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ये दो-तीन जगहों पर सुनने को आई है। करसिंधु में भी ये मामला सामने आया कि उनको चोट लगी है आयुष्मान कार्ड है लेकिन उपचार उनका नहीं किया गया। प्राइवेट अस्पतालों का इश्यू ये है कि पीछे से पैसा नहीं आ रहा। ये भी अगर एक जुमला था तो ये बहुत दुर्भाग्य पूर्ण है। क्योंकि ये जो स्कीम है आयुष्मान की इसको दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ कवर की स्कीम की संज्ञा देकर इसका प्रचार-प्रसार किया था। उसी नाते इसको लोगों तक ले जाया गया था ऐसी स्कीम है जिसका लोगों को सीधा लाभ हो सकता है। उसके लिए पैसा उपलब्ध करवाना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी तो है साथ-साथ सरकार की अपनी जिम्मेदारी इस चीज की है उनकी स्कीम है और प्रावधान करके ये स्कीम लागू की गई थी पैसा का भी। उसको इस प्रकार से फंड सुखा देना की वो अस्पतालों तक पहुंचे ही बहुत दुर्भाग्य पूर्ण है।