फिर बढ़ी किसानों की परेशानी, अब बाजार में आ रही धान के बीज की किल्लत, दोगुने दामों में भी बेचा जा रहा

किसान के सामने हर वक्त एक नई समस्या खड़ी रहती है फसल की बिजाई से लेकर फसल बेचने तक किसान जद्दोजहद करता रहता है। फ़िलहाल धान की बिजाई का समय सर पर है लेकिन बाजार में धान का बीज नहीं मिल रहा और जहां बीज मिल रहा है वहां दोगुने दाम देने पड़ रहे है।
 
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किसान के सामने हर वक्त एक नई समस्या खड़ी रहती है फसल की बिजाई से लेकर फसल बेचने तक किसान जद्दोजहद करता रहता है। फ़िलहाल धान की बिजाई का समय सर पर है लेकिन बाजार में धान का बीज नहीं मिल रहा और जहां बीज मिल रहा है वहां दोगुने दाम देने पड़ रहे है। तो वहीं कृषि विभाग के अधिकारी इस समस्या का हल ढूंढने में लगे है।

किसानों की समस्या कभी खत्म नहीं होती क्योंकि फसल बुवाई से लेकर बेचने तक किसान लाइनों में खड़ा दिखई देता है और ये एक कड़वी सच्चाई है। फ़िलहाल की बात करें तो अब धान की पनीरी तैयार करने का समय है, लेकिन बाजार में बीज नहीं मिल रहा है किसानों कि माने तो बीज की कालाबाजारी की जा रही है। किसानों ने जानकारी  हुए बताया कि धान की 7,501 किस्म का बीज लेने के लिए पिछले 15 दिनों से वो चक्कर काट रहे है, लेकिन बीज नहीं मिल रहा। बीज की सरकारी दुकान पर कहा जाता है बीज नहीं है, लेकिन बाकी दुकानों  मिल रहा है परन्तु वो दोगुने दामों पर बेच रहें है।

ब्लेक में बेची जा रही बीज की थैली

किसान ने बताया कि फसल वो इस्माईलाबाद में बेचते है, लेकिन बीज लेने के लिए उनको अंबाला आना पड़ता है, एक किसान ने आरोप लगते हुए कहा कि बीज की एक थैली का नर्धारित मूल्य 1,715 रूपये है, लेकिन ब्लेक में 3,500 रूपये में बेचा जा है क्योंकि थोक विक्रेता चोरी छिपे दुकानदारों को बीज की सप्लाई का देता है और वो फिर मनमाने दामों पर बीज बेचते है।

वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए कृषि विभाग के कर्मचारी ने बताया कि बीज की सप्लाई में कुछ कमी चल रही है, जिसके चलते ये परेशानी हो रही है और पिछले साल सुहाना के 7,301 व 7,501 किस्म की पैदावार अच्छी हुई थी तो किसान उसी बीज की डिमांड कर रहे है जिसके चलते भी दिक्कत हो रही है। फ़िलहाल किसानों की लिस्ट बना ली है और मंगलवार बीज उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

वहीं बीज की कालाबाजारी को लेकर अधिकारी ने कहा कि अगर कोई भी दुकानदार तय मूल्य से ज्यादा में बीज बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ FIR दर्ज करवाई जाएगी और उसका लाइसेंस भी रद्द किया जायेगा। साथ ही किसानों से भी अपील करते हुए कहा कि अगर कोई दुकानदार बीज के ज्यादा दाम लेता है तो उसके सबूत दें और कृषि विभाग उस पर कार्रवाई करेगा।