मौसम की मार: गर्मी से खराब हो रही सब्जियां, किसान, आढ़तियों व मांसाखारों को रोजाना उठाना पड़ रहा नुकसान

इन दिनों गर्मी का प्रकोप प्रचंड रूप धारण किए है। गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एडवाईजरी जारी कर नागरिकों को विशेष ऐतिहात बरतने की अपील की गई है, ताकि गर्मी से बचा जा सकें। गर्मी के महाप्रकोप से ना केवल इंसान, बल्कि पशु-पक्षियों...
 
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भिवानी: इन दिनों गर्मी का प्रकोप प्रचंड रूप धारण   किया हुआ है। गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एडवाईजरी जारी कर नागरिकों को विशेष ऐतिहात बरतने की अपील की गई है, ताकि गर्मी से बचा जा सकें।

गर्मी के महाप्रकोप से ना केवल इंसान, बल्कि पशु-पक्षियों के बाद अब सब्जी व फल भी अछूते नहीं है तथा गर्मी के चलते ये फल व सब्जियां भारी मात्रा में खराब हो रहे है, जिसका सीधे रूप से नुकसान किसान, आढ़तियों व मांसाखारों को हो रहा है।

इस बारे में हरियाणाा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान पुरूषोत्तम बुद्धिराजा ने कहा कि गर्मी के प्रकोप के कारण सुबह 10 बजे के बाद सब्जी मंडी में ग्राहकों का नामोनिशान नहीं रहता, जिसके चलते सब्जी मंडी में विराना छाया रहता है। उन्होंने कहा कि किसान अच्छी खासी सब्जी व फल लेकर मंडी के लिए निकलता है, लेकिन मंडी तक आते-आते किसान की फसल बुरी तरह से खराब हो जाती है। जिसके चलते किसान को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। यही नहीं व्यापारी सुबह फसल व सब्जी खरीदता है, लेकिन दोपहर होते-होते वह सब्जी व फल सडऩे लगता है। जिसके चलते ग्राहक उस सब्जी को देखना भी पसंद नहीं करता, जिसकी मार किसान, व्यापारी, आढ़ती व मासांखोर पर पड रही है। बुद्धिराजा ने कहा कि वे चाहते है किसानों के साथ-साथ ग्राहकों का भी नुकसान ना हो, इसी कशमकश में आढ़ती बुरी तरह से जूझ रहा है।


सब्जी विक्रेता महेंद्र जुनेजा, जयप्रकाश ने कहा कि जो सब्जी सुबह अच्छे दामों पर बिकती है, वो शाम आते-आते आधे से कम दामों पर बिकती है, जिसके चलते सब्जी व्यापारियों को खासा नुकसाना उठाना पड़ रहा है तथा कई बार तो ऐसी स्थिति बनती है कि व्यापारियों की जेब में शाम को 100 रूपये भी आमदनी नहीं होती, जिसके चलते उनके समक्ष आर्थिक समस्या भी खड़ी हो रही है।