3 दशक पहले ही हिजबुल्लाह चीफ ने चुन लिया था उत्तराधिकारी…हसन नसरल्लाह की परछाईं है हाशेम सफीद्दीन
32 साल से हिजबुल्लाह की कमान संभाल रहे हसन नसरल्लाह की मौत हो चुकी है. नसरल्लाह के अलावा संगठन की पूरी टॉप लीडरशिप भी बीते 10 दिनों में ही खत्म हो चुकी है. ऐसे में नसरल्लाह के उत्तराधिकारी और नए हिजबुल्लाह चीफ के लिए हाशेम सफीद्दीन का नाम सामने आ रहा है, जो कि नसरल्लाह का चचेरा भाई और जिहाद काउंसिल का हेड है. दावा किया जा रहा है कि नसरल्लाह ने करीब 3 दशक पहले ही हाशेम को अपना उत्तराधिकारी चुन लिया था.
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद हाशेम सफीद्दीन को संगठन की कमान सौंपी जा सकती है. बीते शुक्रवार इजराइली हमले में हुई नसरल्लाह की मौत के बाद सवाल उठ रहा था कि आखिर अब हिजबुल्लाह की कमान कौन संभालेगा, इस बीच उत्तराधिकारी के तौर पर हाशेम सफीद्दीन का नाम सामने आया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाशेम को उत्तराधिकारी बनाने का फैसला अचानक नहीं लिया गया है बल्कि हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह ने आज से 30 साल पहले ही इसकी कवायद शुरू कर दी थी. सूत्रों के मुताबिक नसरल्लाह के चचेरे भाई हाशेम सफीद्दीन को 1994 से नेतृत्व के लिए तैयार किया जा रहा है. सफीद्दीन दिखने और हाव-भाव में नसरल्लाह से काफी मिलते-जुलते हैं यहां तक कि दोनों की आवाज भी लगभग एक जैसी है.
3 दशक पहले चुन लिया था उत्तराधिकारी
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत से बाद सवाल उठ रहे थे कि क्या संगठन अब पूरी तरह से नेतृत्व विहीन हो गया है? क्योंकि इजराइली सेना ने बीते 10 दिनों में ही हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप को खत्म कर दिया है और संगठन के पास अब कोई दूसरा बड़ा चेहरा मौजूद नहीं है.
लेकिन मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि नसरल्लाह का चचेरा भाई हाशेम सफीद्दीन शुक्रवार को हुए इजराइली हमले में बच गया है और अब सोमवार को नसरल्लाह के अंतिम संस्कार के बाद संगठन नए चीफ के लिए हाशेम के नाम का ऐलान कर सकता है.
सफीद्दीन को हिजबुल्लाह चीफ बनाने का फैसला अचानक नहीं लिया गया है बल्कि इसकी तैयारी 3 दशक पहले ही शुरू कर दी गई थी. बताया जाता है कि साल 1994 में हाशेम सफीद्दीन को क़ोम से बेरूत बुलाया गया था, ताकि वह एक ऐसा पद ले सके जिससे हिजबुल्लाह के वित्तीय और प्रशासनिक संचालन को नियंत्रित कर सकें.
कौन है हाशेम सफीद्दीन?
हाशेम सफीद्दीन का जन्म 1964 में दक्षिणी लेबनान के एक शहर में हुआ था, सफीद्दीन ने शिया धर्म के सबसे बड़े दो शैक्षणिक केंद्रों इराक के नज़फ और ईरान के कोम से शिक्षा हासिल की. सफीद्दीन का ताल्लुक एक बेहद प्रतिष्ठित शिया परिवार से है, उनके परिवार के कई सदस्य शिया धर्मगुरु और लेबनान के सांसद भी रह चुके हैं.
हाशेम सफीद्दीन हिजबुल्लाह के एक्जीक्यूटिव काउंसिल को लीड करने के साथ-साथ शुरा काउंसिल का सदस्य भी है और वह संगठन के जिहाज काउंसिल का भी प्रमुख है. अमेरिका ने साल 2017 में हाशेम को आतंकवादी घोषित किया था, वहीं सऊदी अरब ने भी हाशेम को आतंकी करार देते हुए उसकी संपत्ति जब्त कर ली है.
बताया जाता है कि सफीद्दीन का हाव-भाव, पहनावा और आवाज नसरल्लाह जैसे हैं. वह नसरल्लाह की ही तरह सिर पर काला साफा बांधे दिखता है. अगर हाशेम को नसरल्लाह की परछाईं कहा जाए तो शायद ये गलत नहीं होगा, लेकिन जानकार मानते हैं कि अगर हाशेम को हिजबुल्लाह की कमान मिलती है तो उसके नेतृत्व में संगठन ज्यादा आक्रामकता से काम करेगा.
ईरान के साथ मजबूत रिश्ता
हाशेम सफीद्दीन के ईरान से गहरे ताल्लुक हैं, ईरान के कुद्स फोर्स के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी की बेटी और सफीद्दीन के बेटे का साल 2020 में निकाह हुआ था. ईरान के साथ मजबूत संबंधों और दशकों से संगठन में बड़े प्लेयर की भूमिका निशाने के चलते हिजबुल्लाह चीफ के तौर पर हाशेम की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.
हालांकि हिजबुल्लाह में नंबर दो पर काबिज उप महासचिव नईम कासिम का नाम भी इस पद के लिए सामने आ रहा है जो लंबे समय से संगठन से जुड़े हैं और प्रतिष्ठित शिया स्कॉलर भी हैं.